KANPUR ZONE BUREAU: ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’ – ये नारा अब देशवासियों को 22 जनवरी के बाद सुनने को शायद ही मिले। 22 वर्ष की उम्र में एम कॉम में पढ़ने वाले युवा सत्यनारायण मौर्य ने साल 1986 में एक रैली में ये नारा दिया था, जिसको भाजपा ने 1989 में पालमपुर में हुए अधिवेशन में राम मंदिर को अपने चुनावी घोषणा-पत्र में शामिल कर लिया। इस दौरान 9 बार लोकसभा के चुनाव भी हुए।
विपक्ष ने ली चुटकी…..
भाजपा का हर बार मंदिर को लेकर एक ही नारा रहा कि ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। इस पर विपक्षी दल भी कई बार चुटकी लेते नजर आए की रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे…। लेकिन तारीख भी आ गई। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को रामलला मंदिर का फैसला सुनाया था। फैसले के बाद 5 अगस्त 2020 को मंदिर का शिलान्यास किया गया और अब 22 जनवरी को मंदिर श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
सत्यनारायण मौर्य का नारा हुआ सत्य…
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 22 वर्ष की उम्र में सत्यनारायण का दिया गया नारा ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’ सच भी साबित हो गया और विपक्ष के तारीख नहीं बताएंगे वाले सवाल का जवाब भी मिल गया। शायद ही अब देशवासियों को यह नारा सुनने को मिले कि ‘रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे’।
‘रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे’ युवा इस नारे पर बोले कि सत्यनारायण जी के दिए गए नारे को भाजपा सरकार ने सच साबित करते हुए विपक्ष के पूछें जाने वाले सवाल कि तारीख नहीं बताएंगे पर ताला लगा दिया है। वहीं एक ने कहा कि हम सब के आराध्य भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर इतनी खुशी है कि शायद इतनी खुशी देशवासियों को भारत की आजादी के समय हुई हो। तो वहीं दूसरे ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बन रहे हैं। अपनी खुशी को शब्दों से जाहिर नहीं कर सकता हूं।
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Mr. Ashish A. Kumar is a Digital and Print Journalist at Kanpur Dehat District of Uttar Pradesh. He worked with many reputed media organizations. Presently he is attached with the Kanpur Zone Bureau of UTTAR PRADESH HIGHLIGHTS, His position is Freelance City Correspondent at Kanpur Dehat District. E-Mail: ashishlucky595@gmail.com