CAPITAL ZONE BUREAU: भारत में आर्थिक सुधारों के जनक माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार (30 दिसंबर 2023) को पंचतत्व में विलीन हो गए। 92 साल की की उम्र में उन्होंने गुरुवार रात (26 दिसंबर 2024 की रात दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली थी।
दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ और सिख परंपरा के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया। तीनों सेनाओं की ओर से उन्हें सलामी दी गई। इससे पहले निगम बोध घाट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें श्रद्धांजली दी। राहुल गांधी ने उन्हें कंधा भी दिया।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री का पार्थिव शरीर उनके आवास से सुबह करीब 8 बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। यहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन के लिए पहले से ही इंतजार कर रहे थे। मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर रखे जाने के बाद सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और उनके परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद रहे। गुरशरण कौर ने भी पुष्प अर्पित करके अपने पति को अंतिम विदाई दी। राहुल गांधी मनमोहन सिंह के परिवार को ढांढस बंधाते हुए उनके साथ ही पार्टी मुख्यालय के भीतर दाखिल हुए थे.
गौरतलब है कि मनमोहन सिंह 10 साल (2004 से 2014) तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की। उनके नेतृत्व वाली सरकार ने सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी युग परिवर्तनकारी योजनाओं की शुरूआत की। मनमोहन सिंह को 1991 में नरसिम्हा राव सरकार में भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था।
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