HIGHLIGHTS EDITORIAL DESK: महाकुंभ 2025 का दिव्य और भव्य आयोजन अब अपने आखिरी पड़ाव की ओर अग्रसर है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन आखिरी स्नान पर्व है, जिसको लेकर तैयारियां की जा रहीं है। सीएम योगी खुद सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग लगातार कर रहे हैं। समय-समय पर मेला क्षेत्र में उनका दौरा भी जारी है। वहीं, प्रशासन भी अभी तक सभी स्नान पर्वों के अनुभवों से सीखते हुए रेलवे, एयरपोर्ट, पार्किंग, ट्रैफिक को लेकर बनाए जा रहे प्लान को धरातल पर उतार रहा है।
महाकुंभ में संगम स्नान करने की इच्छा से हर दिन करोड़ों श्रद्धालु लगातार आ रहे हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में पहुंचते ही श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। अब तक महाकुंभ में 60 करोड़ं से ज्यादा श्रद्धालु आ चुके हैं। महाकुंभ में उमड़ते जनसैलाब ने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है। योगी सरकार ने पूरे महाकुंभ के दौरान 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान लगाया था, लेकिन ये आंकड़ा माघी पूर्णिमा केे स्नान से 5 दिन पहले 7 फरवरी को ही पार हो गया था। इसके बाद 14 फरवरी तक 50 करोड़ और 22 फरवरी तक 60 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ नगर पहुंचकर स्नान किए।
गौरतलब हे कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व पर 1 करोड़ 65 लाख, 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन 3 करोड़ 50 लाख, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन 7 करोड़ 64 लाख, 3 फरवरी को वसंत पंचमी के दिन 2 करोड़ 57 लाख और 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के दिन 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है। ऐसे में माना जा रहा कि महाशिवारात्रि के दिन आखिरी स्नान पर्व पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगा सकते हैं।
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