PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: आज वसंत पंचमी का दिन है और इस अवसर पर महाकुंभ नगर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धालुओं, साधु-संतों और महामंडलेश्वरों ने संगम में अमृत स्नान किया और स्नान के बाद दान-पुण्य किया। महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान पर नागा संन्यासियों के साथ देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु भी साक्षी बने हैं।
हर-हर गंगे, बम बम भोले और जय श्री राम के उद्घोष से महाकुंभ क्षेत्र गूंज उठा है। महाकुंभ के तीसरे और आखिरी अमृत स्नान पर्व पर अखाड़ों ने संगम में डुबकी लगाई। सुबह साढ़े चार बजे सबसे पहले महानिर्वाणी के संतों ने त्रिवेणी में स्नान किया। इसके बाद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी और फिर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े ने अमृत स्नान किया। जूना अखाड़े में नागाओं की भारी फौज रही। जूना अखाड़े में किन्नर अखाड़ा भी शामिल रहा।
त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई। उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग के अनुसार, आज दोपहर 2 तक 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। वहीं, महाकुंभ में 13 जनवरी से 2 फरवरी तक 34.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।
गौरतलब है कि 26 जनवरी से ही मेला में आने वालों का तांता लग गया था। मौनी अमावस्या के दिन तो सभी रिकॉर्ड टूट गए और करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया। इसके अगले दिन भी मेला क्षेत्र तथा आसपास के मार्गों पर स्नानार्थियों का रेला आता रहा। हालांकि, शुक्रवार और शनिवार को अपेक्षाकृत कम भीड़ रही। शहर में आवागमन सुचारू रहा तो मेला क्षेत्र में भी पूर्व की तरह भीड़ नहीं दिखी।
वहीं, मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर हुए हादसे के बाद सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। किसी तरह की कमी न रहे, इसके लिए हर स्तर पर कदम उठाए गए हैं। अमृत स्नान के संगम घाट पर 28 नए स्ट्रैटेजिक पॉइंट बनाए गए हैं। इसके साथ ही शासन की ओर से मेला क्षेत्र में कुंभ 2019 में प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और पीडीए के उपाध्यक्ष के साथ ही डीएम रहे भानु चंद्र गोस्वामी के साथ 5 विशेष सचिवों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। शनिवार को पीसीएस स्तर के 5 और अफसरों की मेले में तैनाती की गई।
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