PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: प्रयागराज की मेजा विधानसभा सीट से साल 2017 में भाजपा विधायक चुनीं गईं नीलम करवरिया का गुरुवार देर रात करीब एक बजे निधन हो गया। वो काफी दिनों से बीमार चल रही थीं। उन्हें लिवर सिरोसिस की बीमारी थी। हैदराबाद के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कुछ दिनों पहले उनकी हालत गंभीर हो गई थी।
गुरुवार को हालत नाजुक होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर कर दिया गया था, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। देर रात अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। एयर एंबुलेंस से शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर हैदराबाद से प्रयागराज लाया गया। वहीं, निधन की सूचना मिलने पर देर रात से ही बड़ी संख्या में परिचित और समर्थक उनके आवास पर पहुंचने लगे थे।
शुक्रवार शाम करीब 4:30 बजे मेजा स्थित लखनपुर आवास पर उनका पार्थिव शव पहुंचने पर अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। स्थानीय लोगों और परिचितों सहित उनके समर्थकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों के जुटने से प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग पर भीषण जाम की स्थित बन गई थी। मेजा के बाद उनका पार्थिव शरीर कल्याणी देवी स्थित उनके आवास पर लाया गया। यहां भी स्थानीय लोगों और परिचितों सहित उनके समर्थकों की भारी भीड़ श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंची है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार सुबह 10 बजे होगा।
उनके निधन से प्रयागराज और आस-पास के जिलों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी 2 बेटियां और एक बेटा (समृद्धि, साक्षी और सक्षम) हैं। नीलम करवरिया के निधन पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दुख जताया है। भाजपा सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने नीलम करवरिया के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
भाजपा नेता नीलम करवरिया ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में दर्ज की थी जीत
भाजपा से 2 बार विधायक रह चुके उदयभान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मेजा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में उन्होंने 67807 मत हासिल करके अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा उम्मीदवार रामसेवक सिंह पटेल को 19843 मतों से पराजित किया था। रामसेवक सिंह पटेल को 47964 मत मिले थे। साल 2017 में चुनाव लड़ने के पहले मेजा विधानसभा के लखनपुर गांव में 9 विश्वा जमीन में अपना घर बनाकर लोगों की समस्याओं को सुनना और निस्तारण करना शुरू कर दिया था। नीलम करवरिया की कार्यप्रणाली से मेजा के लोग बहुत तेजी से इनसे जुड़ना शुरू कर दिया था। नीलम करवरिया सभी के सुख-दुख में हिस्सा लेती थीं। । उसके बाद साल 2022 में हुए चुनाव में नीलम करवरिया को 3439 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी संदीप पटेल ने नीलम करवरिया को पराजित कर दिया था। नीलम करवरिया ने 75116 मत और संदीप पटेल ने 78555 मत हासिल किए थे। । बताया जाता है कि हार के बाव नीलम करवरिया क्षेत्र में सभी लोगों के सुख-दुख में साथ रहीं।
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