PRAYAGRAJ FLOOD UPDATE: प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम जारी है। इस बीच गंगा-यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है। बाढ़ नियंत्रण इकाई की बुलेटिन के मुताबिक गंगा और यमुना नदी के जलस्तर में आज ( 20 सितंबर 2024) को भी कमी दर्ज की गई है। आज शाम फाफामऊ में गंगा नदी का जलस्तर 82.38 मीटर और छतनाग में गंगा नदी का जलस्तर 81.63 मीटर हो गया है। इसी तरह नैनी मेंआज शाम यमुना नदी का फिलहाल जलस्तर 82.18 मीटर हो गया है।
हालांकि गंगा और यमुना नदी की सहायक नदियां अभी भी उफान पर हैं, जिससे बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बता देंं कि ससुर खदेरी, मनसैता, टोंस, बेलन, गोरमा, लापरी, टुडियारी नदियों के किनारे के रिहायशी इलाकों में पानी भरे होने से जनजीवन अभी भी प्रभावित है। खेतों में फसलों के ऊपर से पानी बहने से सबसे ज्यादा नुकसान सब्जियों की खेती को हुआ है। तराई इलाकों में बोई गई नेनुआ, भिंडी, तरोई, लौकी, कद्दू, खीरा, करैला आदि सब्जियों के साथ ही मकई, ज्वार और तिल्ली सहित कई फसलें बाढ़ से बर्बाद हो गई हैं।
बाढ़ की वजह से गंगापार और यमुनापार के इलाको में बड़े पैमाने पर होने वाली सब्जी की खेती पूरी तरह से चौपट हो गई है। फूलपुर, हंडिया और करछना में अन्य फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। एडीएम वित्त एवं राजस्व विनय कुमार सिंह ने बताया कि फसलों के नुकसान सर्वे का आदेश दिया गया है। बाढ़ का पानी निकलने के बाद राजस्व एवं कृषि विभाग की संयुक्त टीम नुकसान का सर्वे करेगी। इस आधार पर ही किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।
गौरतलब है कि हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर हुई बारिश के चलते शनिवार (14 सितंबर 2024) से सोमवार (16 सितंबर 2024) के दौरान गंगा और यमुना नदी का जलस्तर अचानक काफी तेजी से बढ़ गया था। दोनों नदियों का जलस्तर इतना बढ़ गया कि कई जगहों पर लोगों के लिए मुसीबत बन गया था। गंगा और यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 84.734 मीटर के बेहद नजदीक पहुंच गया था।
गंगा नदी का पानी संगम क्षेत्र में किले की दीवार से होते हुए बांध के नीचे पानी नीचे तक आ गया था। वहीं, यमुना नदी का वेग इतना तेज था कि लेटे हनुमानजी डूब गए थे। सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया था। इस दौरान प्रयागराज के बघाड़ा, सलोरी, बेली कछार, राजापुर, गंगानगर और नेवादा सहित कई इलाकों में हजारों मकान डूब गए थे। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों को घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां जाना पड़ा था। इस दौरा 395 परिवारों के करीब 1696 लोग प्रशासन की ओर से बनाए राहत शिविरों में पहुंचे थे। राहत शिविरों में राशन किट का वितरण किया गया था।
प्रयागराज में मंगलवार को हुई 42.31 मिलीमीटर बारिश
प्रयागराज में मंगलवार को सुबह 8 से शाम 7 बजे के बीच यानी 11 घंटे के दौरान लगातार बारिश का दौर चला। पूरे जिले में 42.31 मिलीमीटर बारिश हुई। इसमें करछना में 72 मिलीमीटर, कोरांव में 62 मिलीमीटर, सदर तहसील में 60 मिलीमीटर बारा में 33 मिलीमीटर , हंडिया में 23.5 मिलीमीटर , फूलपुर में 10 मिलीमीटर और सोरांव में 15 मिलीमीटर बारिश हुई।
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