ROHILKHAND DIVISION BUREAU: लोकसभा चुनाव 2024 में मुरादाबाद सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का शनिवार (20 अप्रैल 2024)को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रतुपुरा ठाकुरद्वारा स्थित उनके आवास पर रखा गया है। शव यात्रा में शामिल होने के लिए भाजपा के कई नेता उनके आवास पर पहुंचे हैं। उनका अंतिम संस्कार कुछ देर बाद ठाकुरद्वारा रतुपुरा रोड पर होगा।
कुंवर सर्वेश सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं ने शोक जताया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन और मुरादाबाद से सपा उम्मीदवार रुचि वीरा ने भी शोक जताया है।
बता दें कि कुंवर सर्वेश सिंह पिछले कुछ वक्त से अस्वस्थ चल रहे थे। हालांकि, वो लगातार चुनाव में सक्रिय रहे और शुक्रवार (19 अप्रैल 2024) को उन्होंने मतदान भी किया था। नामांकन के बाद से तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था। पूर्व सांसद के PRO अमित सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम वो मेडिकल चेकअप कराने के लिए एम्स गए थे। जहां इलाज के दौरान शनिवार शाम उनका निधन हो गया।
भाजपा ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार बनाया था उम्मीदवार
कुंवर सर्वेश सिंह ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र से 5 बार विधायक रहे। साल 2014 में वो मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। साल 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें मुरादाबाद लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार उम्मीदवार बनाया था। नामांकन के बाद से तबीयत बिगड़ने पर उनका इलाज चल रहा था। इसके चलते वो चुनाव प्रचार से दूर रहे। मुरादाबाद में गृह मंत्री अमित शाह और बढ़ापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान वो मंच पर नजर आए थे। उनके बेटे सुशांत सिंह बिजनौर जिले के बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं।
कुंवर सर्वेश सिंह के निधन के बाद क्या मुरादाबाद लोकसभा सीट पर फिर से होगा मतदान ?
कुंवर सर्वेश सिंह के निधन के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या मुरादाबाद लोकसभा सीट पर फिर से मतदान होगा। इसे सवाल का जवाब चुनाव आयोग का नियम के मुताबिक समझा जा सकता है। नियम के मुताबिक अगर मतदान हो जाता है और उम्मीदवार की मौत हो जाती है, तब चुनाव आयोग चुनाव परिणाम तक का इंतजार करता है। जिस उम्मीदवार की मौत हो जाती है, अगर वो चुनाव जीत जाता है तो चुनाव आयोग चुनाव को रद्द करके वहां फिर मतदान करवाता है। लेकिन, अगर मृतक उम्मीदवार चुनाव हार जाता है तो जिस उम्मीदवार को चुनाव में जीत मिलती है, उसे ही विजेता मान लिया जाता है।
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