PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: पौष पूर्णिमा के अमृत स्नान के साथ आज महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है। महाकुंभ में पहले स्नान को लेकर उम्रदराज लोगों में भी गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। कड़ाके की ठंड और कोहरे के बावजूद देश के अलग-अलग हिस्सों के आए श्रद्धालु गंगा-मैया के गीत गाते हुए संगम नोज़ की ओर बढ़ रहे हैं। की ओर बढ़े जा रहे हैं।
आस्था भाव से स्नान करने के बाद लोग पूरे मेला क्षेत्र में भ्रमण के लिए भी उत्सुक दिख रहे हैं। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं का महामिलन 6 फरवरी तक यानी आज से करीब 45 दिन तक चलेगा।
गौरतलब है कि दुनिया भर के धार्मिक आयोजनों में ये सबसे बड़ा मेला है। इस बार मेले में कई व्यवस्थाओं का डिजिटलीकरण किया गया है। प्रशासन पिछले काफी वक्त से इसकी तैयारी कर रहा था। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। वहीं, संत समाज के साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालु इस बार के आयोजन को बेहद खास बताते हुए योगी सरकार की खूब तारीफ भी कर रहे हैं।
बता दें कि बता दें कि पूर्णिमा तिथि की शुरुआत आज यानी 13 जनवरी को सुबह 5 बजकर 3 मिनट पर हो चुकी है और इस तिथि का समापन 14 जनवरी को रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगा। स्नान दान का समय- सुबह 5 बजकर 27 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।
हिंदू धर्म में पूर्णिमा को बेहद खास माना जाता है। वहीं, पौष पूर्णिमा पूर्णिमा को काफी महत्व देते हुए लोग इस दिन लोग अलग-अलग रीति-रिवाज़ों से पूजा करते हैं। पौष पूर्णिमा के दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व बतलाया गया है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार पौष सूर्य देव का माह कहलाता है। इस मास में सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों के पूजन से मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है।
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