PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: महाकुंभ 2025 की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। साधु-संतों का महाकुंभ नगर में आने का सिलसिला जारी है। कई अखाड़ों का छावनी प्रवेश भी हो चुका है और महाकुंभ मेला क्षेत्र पूरी तरह सज चुका है। वहीं, पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व से ठीक पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर महाकुंभ मेला क्षेत्र का दौरा किया। 9 और 10 जन जनवरी के अपने 2 दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी 13 अखाड़ों के शिविर का दौरा करने के साथ ही मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया। 10 जनवरी को महाकुंभ के सेक्टर-7 में यूपी स्टेट पवेलियन प्रदर्शनी और कला कुंभ प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा सीएम योगी ने नाव के जरिए स्नान घाटों का निरीक्षण किया। थ ही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने महाकुंभ मीडिया सेंटर का उद्घाटन करने के दौरान कहा कि महाकुंभ सनातन गर्व का प्रतीक है। मुझे प्रसन्नता है कि इतनी उत्सुकता और प्रतीक्षा के बाद आपके चेहरे पर खुशी है और मैं आप सङू का अभिनंदन करता हूं।
सीएम योगी ने कहा कि 12 साल के बाद महाकुंभ का आयोजन और 144 वर्ष के बाद शुभ मुहूर्त इस पीढ़ी के लिए सौभाग्य का विषय है। सनातन गर्व के प्रतीक महाकुंभ के आयोजन का अवसर डबल इंजन की सरकार को मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोपहर 2 बजे से अखाड़ों और अन्य सेक्टरों में व्यवस्था को देखने गया था। जो सनातन धर्म के साथ ही भारत और भारतीयता के प्रति आदर भाव रखता है, वो इस आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। कुंभ सनातन और भारत की आस्था का प्रतीक है।
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन के लिए दिसंबर तक का समय होता है, बाढ़ के चलते हमारे पास तैयारी के लिए कुल ढ़ाई माह का समय मिला था। दस हज़ार एकड़ में महाकुंभ बसाने के लिए प्लान तैयार किया गया, एक एक कार्य को प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने बढ़ाने का काम किया। इस आयोजन को मूर्त रूप से आयोजित करने के लिए पीएम मोदी ने 13 दिसंबर को संगम नोज पर पूजा अर्चना की थी, जितने कार्य कुंभ 2019 में हुए उससे ज्यादा कार्य महाकुंभ 2025 में प्रयागराज सिटी और महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए हुआ। प्रयागराज भी आस्था और आधुनिकता का नया संगम बनाकर लोगों स्वागत कर रहा है। डिजिटल कुंभ में तमाम नई चीजें लोगों को देखने को मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ का क्षेत्र मां गंगा और यमुना के तट पर संपन्न होता है। 30 पांटून ब्रिज और 500 किमी चकर्ड प्लेट बिछायी गई है। डेढ़ लाख टॉयलेट और डेढ़ लाख से ज्यादा टेंट लगाए हैं। 2019 से पहले जिन्हें महाकुंभ से कुछ लेना-देना नहीं था, इसको गंदगी का पर्याय बना रखा था। लेकिन, 2019 में पीएम मोदी के नेतृत्व में दिव्य और भव्य आयोजन हुआ।महाकुंभ अविरल और निर्मल जल मिल रहा है। 2019 की कुंभ से ज्यादा बेहतर व्यवस्थाएं 2025 के महाकुंभ में देखने को मिल रही हैं।महाकुंभ क्षेत्र में सेक्टर बढ़ाकर 25 कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी तेरह अखाड़ों ने अपने शिविर स्थापित कर लिए हैं। खाक चौक, दंडी बाड़ा और आचार्य की संस्थाएं भी लग गई है। प्रयागवाल भी अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं। एक- दो दिन में हजारों की संख्या में कल्पवासी भी महाकुंभ में पहुंच जाएंगे। महाकुंभ में कुल छह स्नान पर्व हैं, लेकिन मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी का शाही स्नान रहेगा। मौनी अमावस्या में 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। बसंत पंचमी पर 5 से 6 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। मकर संक्रांति के पर्व पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए परिवहन निगम ने 550 से ज्यादा शटल बसें लगाई है। नगर विकास विभाग की ओर से 300 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें लगाई गई है। इसके अलावा ई-रिक्शा से भी श्रद्धालु आवागमन कर सकेंगे, पार्किंग के लिए 5000 एकड़ जगह चिन्हित की गई है। महाकुंभ सुरक्षित रहे इसके लिए 56 अतिरिक्त थाने बनाए गए हैं। हर एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। महाकुंभ में आने वाले आस्थावान श्रद्धालुओं को कोई समस्या ना हो, इसके लिए सरकार स्थानीय प्रशासन जनप्रतिनिधि और विभिन्न संस्थाओं को जोड़कर व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
रेलवे के 3000 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, प्रयागराज में पहले से ही एयर कनेक्टिविटी के लिए 10 शहरों से फ्लाइट थी. अब 14 नई फ्लाइट जोड़ी गई है, 8000 बसें श्रद्धालुओं के लिए परिवहन निगम की ओर से लगाई गई हैं. रेलवे स्टेशनों पर अलग से यात्रियों के लिए वेटिंग एरिया बनाया गया है, मोबाइल टिकट काउंटर भी रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म पर खोले गए हैं. डिजिटल डिस्पले बोर्ड जगह-जगह लगाए गए हैं, जिस पर विभिन्न सेवाओं के बारे में जानकारी मिलेगी. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा अद्भुत हो अलौकिक हो. उनके लिए यह यात्रा अकल्पनीय हो ऐसी व्यवस्था की जा रही है.
तीर्थराज प्रयाग में आकर श्रद्धालु अक्षय वट,पातालपुरी, सरस्वती कूप, बड़े हनुमान जी कॉरिडोर, महर्षि भारद्वाज कारिडोर के दर्शन, प्रभु राम और निषादराज के मिलन स्थल श्रृंगवेरपुर के कारिडोर स्थापित किए गए हैं. दशाश्वमेध घाट और मंदिर,नाग वासुकी और द्वादश माधव मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया है. प्रयागराज में पक्के घाट भी बनाए गए हैं और 12 किलोमीटर का रिवर फ्रंट रोड बनाया गया है. सीएम योगी ने कहा कि, संगम में पर्याप्त जल है जल अविरल भी है निर्मल भी है, जल अविरल तभी रहेगा जब पर्याप्त होगा सब कुछ यहां पर मौजूद है. क्राउड मैनेजमेंट के लिए विशेषज्ञों से मिलकर सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं. सभी व्यवस्थाओं को आगे बढ़ने का काम किया गया है.
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पना थी कि महाकुंभ आस्था और आधुनिकता का समागम बने, इसलिए पीएम मोदी ने एआई चैट बोर्ड का शुभारंभ किया, जो 11 भाषाओं में सूचनाओं देने में सक्षम है। गूगल से भी अनुबंध किया गया है. जिससे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु गूगल मैप के जरिए किसी भी जगह आसानी से पहुंच सकते हैं। 2019 में प्रयागराज का कुंभ आप लोगों ने आस्था के अद्भुत संगम के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था. यागराज सिटी को कुंभ से एक नई पहचान मिली है, जिसकी वो हकदार है। उसे व्यवस्थित रूप में प्रस्तुत करने का काम किया गया है. जिसके चलते यूनेस्को ने पीएम मोदी की प्रेरणा और प्रयास से प्रयागराज कुंभ को मानवता की अमूर्त धरोहर में शामिल किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 लाख करोड़ का ग्रोथ अर्थव्यवस्था में अकेले प्रयागराज महाकुंभ से होने जा रहा है। प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छ सुरक्षित और आधुनिक समागम के रूप में जो योजना तैयार की गई है। प्रयागराज महाकुंभ को एक बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत करने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की सहभागिता से महाकुंभ के इस आयोजन को सफल बनाने में मदद मिलेगी। महाकुंभ आस्था और आधुनिकता के समागम के साथ दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन के साथ जुड़ने जा रहा है। इससे पहले की सरकारों ने गंदगी और भगदड़ का पर्याय कुंभ को बनाया था. पिछली सरकारों में दुर्व्यवस्था और गंदगी रहती थी, पहले की सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग यहां से प्रशस्त हो इसके लिए यह मीडिया सेंटर आप लोगों को समर्पित किया जा रहा है। यहां पर मीडिया कर्मियों को इंटरव्यू करने या फिर संदर्भ ग्रंथ की आवश्यकता हो एक प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो सकती है, मीडिया कर्मियों की सेवा के लिए सूचना विभाग ने मीडिया सेंटर स्थापित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरान सीएम के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार मौजूद रहे। इनके अलावा बीजेपी सांसद प्रवीण पटेल, भाजपा विधायक गुरु प्रसाद मौर्य और सपा विधायक पूजा पाल भी सीएम योगी के साथ मंच पर मौजूद रहीं।
UP HIGHLIGHTS में प्रकाशित ये ख़बरें भी पढ़िए-
MAHAKUMBH 2025: CM योगी ने की राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से मुलाकात, महाकुंभ में आने का दिया न्योता