AYODHYA ZONE BUREAU : अयोध्या में शनिवार को लगातार सातवें साल भव्य दीपोत्सव आयोजित हुआ, जिसमें राम की पैड़ी के 51 घाटों पर एक साथ 22 लाख 23 हजार दीपक प्रज्वलित कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साथ ही 52 देशों के राजदूत और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौजूद रही। भव्य दीपोत्सव की एक झलक देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सरयू तट पर मौजूद रहे। 10 से हजार से ज्यादा लोगों की मौजूदगी के बीच पूरा क्षेत्र ‘‘जय श्रीराम’’ के उद्घोष से गूंज उठा।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने ड्रोन से गणना के बाद इस खास उपलब्धि की घोषणा की। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम की ओर से एग्जीक्यूटर स्वप्निल दंगारीकर और कन्सलटेंट निश्चलबरोट ने मंच से नए कीर्तिमान की घोषणा कर इसका सर्टिफिकेट राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा। बता दें कि नया वर्ल्ड रिकॉर्ड पिछले साल के मुकाबले 6 लाख 47 हजार से ज्यादा दीपक प्रज्वलित करने के साथ बना है। साल 2022 में 15 लाख 76 हजार दीपक प्रज्वलित किए गए थे।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने पर खुशी जताते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने इस उपलब्धि को सभी रामभक्तों को समर्पित किया। साथ ही इसमें उन्होंने एक तस्वीर भी पोस्ट की है, जिसमें वो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट लिए हुए हैं।
बता दें कि डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और कई स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े 25 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों ने दीप प्रज्वलित किया। दीप प्रज्वलित करने का काम शाम 5.30 बजे शुरू हो गया था और शाम 6.30 बजे तक लगभग दीप प्रज्वलित किए जा चुके थे। इसके बाद ड्रोन से दीपकों की गिनती की गई। वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने के लिए दीपकों का कम से कम 5 मिनट तक प्रज्वलित रहना जरूरी था।
वहीं, दीपोत्सव के दौरान अयोध्या में रामलीला का भी मंचन किया गया। दीपोत्सव में देश-विदेश के करीब 2500 कलाकार भी शामिल हुए। इस दौरान श्रीलंका, नेपाल, सिंगापुर और रूस से आए दलों ने रामलीला और रामकथा की प्रस्तुति दी। इन 4 देशों के अलावा भारत के 24 प्रदेशों की ओर से भी रामलीला की प्रस्तुति की गई। इस दौरान आतिशबाजी भी की गई और लेजर शो का भी आयोजन हुआ।
राम की पैड़ी पर लगातार बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
अयोध्या में राम की पैड़ी पर एक बार फिर दुनिया में सबसे ज्यादा दीपक प्रज्वलित करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। इस साल 22 लाख 23 हजार दीपक प्रज्वलित किए गए। वहीं, साल 2022 में 15 लाख 76 हजार दीपक प्रज्वलित किए गए थे। इस तरह नया वर्ल्ड रिकॉर्ड पिछले साल के मुकाबले 6 लाख 47 हजार से ज्यादा दीपक प्रज्वलित करने के साथ बना। इससे पहले साल 2021 में 9 लाख 41 हजार दीपक, साल 2020 में 6 लाख 6 हजार दीपक, साल 2019 में 4 लाख 4 हजार दीपक, साल 2018 में 3 लाख 1 हजार दीपक और साल 2017 में 1 लाख 71 हजार दीपक प्रज्वलित किया गया था।
CM योगी ने की दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत
अयोध्या राम की पैड़ी पर शनिवार को दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। उन्होंने सरयू नदी और भगवान श्रीराम की आरती के साथ शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्वलन को सकारात्मक ऊर्जा का संचार होना बताया। रामराज्य की विशेषताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब हम सभी को 22 जनवरी 2024 का इंतजार है। इस दिन भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है और रामलला का विराजमान होना रामराज्य की आधारशिला होगी। उन्होंने भव्य दीपोत्सव के सफल आयोजन में योगदान के लिए सभी का आभार भी जताया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9.5 साल के कार्यकाल में हुए कामों का भी जिक्र किया। वहीं, सरयू के तट पर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम कथा पार्क पहुंचे थे और वहां राम दरबार के स्वरूपों की पूजा की। उनके साथ इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं।
बेहद खास तरीके से आयजित किया गया दीपोत्सव
इस बार का दीपोत्सव भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने जा रही रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ ही दिन पहले ही आयोजित हुआ। ऐसे में इस आयोजन को डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और कई स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से बेहद खास तरीके आयजित किया गया। राम की पैड़ी के साथ ही यहां निर्माणाधीन राम मंदिर और परकोटे को भी विशेष तौर पर सजाया गया। साथ ही राम जन्मभूमि पथ भी आकर्षण का केंद्र रहा। दीपोत्सव के दौरान इस बार अयोध्या पहले से कहीं ज्यादा बदली हुई और एक अलग ही आकर्षण लिए हुए नजर आई। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही योगी सरकार के मंत्री, 52 देशों के राजदूत और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौजूद रही। इस दौरान कलाकार और अन्य लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सुरक्षा के मद्देनजर भी चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी।
दीपोत्सव में अवध विश्वविद्यालय की प्रमुख भूमिका
हर साल दीपोत्सव के आयोजन में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और कई स्वयंसेवी संस्थाओं की प्रमुख भूमिका होती है। इस बार भी इसके आयोजन को सफल बनाने की जिम्मेदारी इन्हीं पर थी। सातवें दीपोत्सव के लिए राम की पैड़ी के 51 घाटों पर करीब 24 लाख दिये पहुंचाए गए थे और 25 हजार स्वयंसेवक इसके सफल आयोजन में जुट रहे। बुधवार को अवध विश्वविद्यालय परिसर से बसों के जरिए स्वयंसेवकों को राम की पैड़ी तक पहुंचाया गया था। इसके बाद दियों को मार्किंग वाली जगहों पर बिछाने का काम गुरुवार तक हुआ। शुक्रवार को दियों की गणना हुई। फिर शनिवार को स्वयंसेवको ने बाती लगाने और तेल डालने के साथ ही दीप प्रज्जवलित किया।
निकाली गई भगवान श्रीराम की राज्याभिषेक यात्रा
अयोध्या में दीपोत्सव में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। शनिवार सुबह साकेत महाविद्यालय से भगवान श्रीराम की राज्याभिषेक यात्रा निकली गई। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने तिरंगा झंडा दिखाकर यात्रा को रवाना किया। इस दौरान पूरी अयोध्या राममय हो उठी। भगवान श्रीराम के स्वागत में कई अलग-अलग संस्कृतियों का सागर उमड़ता नजर आया। लोग दीपोत्सव में भगवान के अभिनंदन के लिए बेहद उत्साहित थे। वहीं, स्थानीय लोगों ने अपने घरों के बाहर भगवान श्रीराम की लीला को दर्शाती झांकियों का बेसब्री से इंतजार किया। झांकियों में हनुमान की भूमिका निभाने वाले को लोगों ने हनुमान जयंती की भी बधाइयां दी।
टॉप पर ट्रेंड करता रहा #AyodhyaDeepotsav2023
अयोध्या में हुए दीपोत्सव को लेकर पूरी दुनिया काफी उत्साहित दिखी। दीपोत्सव सोशल मीडिया पर काफी देर तक छाया रहा। #AyodhyaDeepotsav2023 4 घंटे से ज्यादा वक्त तक नंबर वन पर ट्रेंड करता रहा। साथ ही #UtsavPradeshUttarPradesh, #प्रभुश्रीराम, #गिनीज़बुक, #वर्ल्डरिकॉर्ड भी काफी देर तक सोशल पर ट्रेंड करता रहा।