HIGHLIGHTS NEWS NETWORK: खुशहाली और सुख-समृद्धि का पर्व दीपोत्सव का आगाज मंगलवार (29 अक्टूबर 2024) को धनतेरस से से हुआ। धनतरेस के अवसर पर बाजारों में खूब धन बरसा। उत्तर प्रदेश के हर शहर में बाजार चहक उठे। सराफा, बर्तन, इलेक्ट्रानिक्स, कपड़ा और ऑटो बाजार गुलजार रहा। सोने-चांदी से लेकर बर्तनों की दुकानों पर सबसे अधिक ज्यादा देखी गई।
शुभ मुहूर्त देखकर लोगों ने अपनी सुविधा के मुताबिक खरीदारी की। पूरे देश में करीब 60 डेढ़ हजार करोड़ की सोने-चांदी के सामानों के कारोबार का अनुमान है। वहीं, कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने प्रयागराज और उसके आस-पास के शहरों में धनतेरस पर 1500 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है।
धनतेरस पर सबसे ज्यादा गुलजार रहा सराफा बाजार
धनतेरस पर इस बार सर्राफा बाजार सबसे ज्यादा गुलजार रहा। महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। हल्के और डिजाइनर ज्वेलरी की बिक्री सबसे ज्यादा हुई। कई ज्वेलर्स की ओर से ग्राहकों को बेहतर ऑफर भी दिए गए। सर्राफा एसोसिएशन के अनुमान के अनुसार इस साल दिवाली पर प्रयागराज में 500 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। गौरतलब है कि धनतेरस के अवसर पर सोना चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है। वहीं, ज्यादातर लोग निवेश के हिसाब से भी सोने-चांदी की काफी खरीदारी करते हैं।
एडवांस टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों ने ग्राहकों को खूब लुभाया
इलेक्ट्रानिक बाजार भी धनतेरस में गुलजार रहा। एडवांस टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों ने ग्राहकों को खूब लुभाया। फ्रंट डोर वाशिंग मशीन, वाइस रिकॉर्ड वाले टीवी, 53 इंच वाली एलईडी, साइड डोर वाले फ्रिज खूब पसंद किए गए। इसकी बिक्री भी अच्छी रही। शो रूम संचालकों ने बताया कि टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, गीजर और वाटर प्योरीफायर की अच्छी डिमांड रही।
हाथों हाथ बिक गए डिजाइनर स्टील के बर्तन
माना जा रहा है कि धनतेरस पर भगवान धनवंतरी कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा रही है। धनतेरस पर डिजाइनर स्टील के बर्तनों की भी अच्छी डिमांड रही। हर व्यक्ति इस दिन किसी ना किसी बर्तन को जरूर खरीदता है। शुक्रवार को बर्तनों की दुकानों पर भी काफी भीड़ दिखी।
पटाखों और पूजन-सामग्री की भी हुई खूब खरीदारी
धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश, कुबेर की मूर्तियों और पूजा सामग्री की खूब बिक्री हुई। मोहल्लों की दुकानों से लेकर बड़े बाजारों में 40 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की मूर्तियां खूब बिक्रीं। दिवाली पर घर को सजाने के लिए झालर, रंग-बिरंगे बल्ब, एलईडी लाइट्स, बंधनवार, रंगोली, स्टिकर खूब बिके। काफी लोगों ने मंगलवार को मिट्टी के दीये और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की भी खरीदारी की। शहर के तमाम मोहल्लों की रोड पटरियों पर सबसे ज्यादा दुकानें लक्ष्मी गणेश की मूर्ति और सजावट की लगीं। प्लास्टिक की लड़ियां, बनावटी फूलों की लड़ियां खूब बिकी। गेंदे की रेडीमेड मालाएं भी लोगों ने खरीदी। इनकी कीमत 50 से 60 रुपए किलो रही। रोड पटरी पर लाई, लावा और चीनी से बने खिलौने भी लोगों ने खरीदे।
इको फ्रेंडली पटाखे खरीदने पर ही रहा लोगों का जोर
इस दिपावली बाजारों में 200 से अधिक इको फ्रेंडली पटाखे वैरायटी में हैं। थोक कारोबारियों कि मुताबिक फुलझड़ी में बच्चों के लिए बड़े साइज में अलग-अलग तरीके की वैरायटी है। कहा कि पटाखे का इस बार बढ़ा नहीं है। अब लोग खुद ही इको फ्रेंडली पटाखा खरीदना पसंद करते हैं। बुधवार को पटाखा बाजार में और तेजी आने की उम्मीद है।
धनतेरस पर शहरियों ने जमकर की ऑनलाइन खरीदारी
धनतेरस में भी ऑनलाइन भी कई सामनों की जमकर बिक्री हुई। ऑनलाइन कारोबार भी काफी अच्छा होने से इसका सीधा नुकसान रिटेल कारोबारियों को हुआ। स्मार्टफोन, लैपटॉप व एसेसरीज, रेडीमेड कपड़े, फुटवियर, गर्म कपड़े और सजावटी सामानों की लोगों ने ऑनलाइन खरीदारी की।
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