NOIDA ZONE BUREAU: एक फीमेल न्यूज़ एंकर ने ZEE मीडिया में कार्यरत संपादक रमेश चंद्र और 3 अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित फीमेल न्यूज़ एंकर के मुताबिक संपादक रमेश चंद्र ने उनका सेक्सुअल हरासमेंट (यौन उत्पीड़न) किया, जिसके बाद शिकायत करने पर उनके साथ बेहद बुरा बर्ताव किया गया और गैरकानूनी तरीके से टर्मिनेट कर दिया गया। वहीं, इस मामले में जब महिला एंकर ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में लिखित शिकायत दी तो पुलिस मुकदमा दर्ज करने से लगातार बचती रही। फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है।
बता दें कि पीड़ित फीमेल न्यूज़ एंकर ने ZEE मीडिया में संपादक रमेश चंद्र के साथ ही HR डिपार्टमेंट की हेड पूजा दुग्गल, HR डिपार्टमेंट में कार्यरत संजू राजू और एक अन्य अधिकारी अमित बंसल पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित फीमेल न्यूज़ एंकर का कहना है कि संपादक रमेश चंद्र के खिलाफ सेक्सुअल हरासमेंट (यौन उत्पीड़न) की शिकायत के फौरन बाद ही मामले को दबाने के लिए उन पर दबाव बनाया गया और चैनल से निकालने की धमकी दी गई। सभी आला अधिकारियों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। पीड़िता के मुताबिक इस दौरान जब इस बाबत संस्थान के मालिक और पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा को E-Mail के जरिए जानकारी दी गई तो उन्होंने भी कोई एक्शन ना लेते हुए सबकुछ नजरअंदाज कर दिया।
इसके बाद पीड़ित फीमेल न्यूज़ एंकर ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया के जरिए सभी को बताने की कोशिश की और मदद की अपील की। पीड़िता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग से भी सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई।
पीड़ित महिला एंकर के आरोपों और इस मामले से जुड़े सभी पक्षों को मीडिया से जुड़े समाचारों को प्रकाशित करने वाले पोर्टल ”भड़ास4मीडिया (bhadas4media.com)” के साथ ही कई अन्य न्यूज़ पोर्टल्स और YouTube चैनल्स ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। पत्रकार नवीन कुमार ने भी अपने YouTube चैनल ”ARTICLE-19” के जरिए पीड़ित महिला एंकर के बातचीत करके उनका पक्ष सभी के सामने रखा है। इसी क्रम में अब ”UP HIGHLIGHTS (uphighlights.in)” पर भी इस ख़बर को प्रकाशित किया गया है।
ZEE मीडिया की महिला पत्रकार से जुड़ा ये मामला काफी संवेदनशील है और हाई प्रोफाइल है। साथ ही इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में ”UP HIGHLIGHTS (uphighlights.in)” की पूरी टीम का मानना है कि अगर संपादक रमेश चंद्र पर लगे आरोप सही हैं तो ऐसे संपादकों की मीडिया में कोई जगह नहीं होनी चाहिए और इस तरह के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जो सभी के लिए नजीर बन सके। हालांकि, इस मामले में कई लोग सोशल मीडिया पर संपादक रमेश चंद्र और ZEE मीडिया प्रबंधन के समर्थन में भी अपना पक्ष रख रहे हैं। इसे ZEE मीडिया की अंदरूनी राजनीति का नतीजा बताते हुए पीड़ित फीमेल न्यूज़ एंकर के खिलाफ ही कई सवाल उठा रहे हैं। अगर संपादक रमेश चंद्र और अन्य अधिकारियों पर लगे आरोप गलत हैं तो इस तरह से किसी को बदनाम करने और फंसाने से रोकने के लिए भी कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।
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