LUCKNOW ZONE BUREAU: 5 मई को खाली होने जा रही उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों के लिए सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के खाते में 10 और समाजवादी पार्टी के खाते में 3 सीट गई है। NDA के 10 विजयी उम्मीदवारों BJP के 7 उम्मीदवारों के साथ ही अपना दल (सोनेलाल), राष्ट्रीय लोकदल (RLD) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 1-1 उम्मीदवार को सीट हासिल हुई है।
बता दें कि सभी सीटों पर किसी के विरोध में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया था। ऐसे में गुरुवार को नाम वापसी का समय बीतने के बाद दोपहर 3 बजे सभी उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा कर दी गई। इस तरह सभी उम्मीदवार बिना मतदान के ही अपनी सीट हासिल करने में कामयाब हो गए। विधानसभा के विशेष सचिव और रिटर्निंग आफिसर बृज भूषण दुबे के मुताबिक गुरुवार को नाम वापसी का समय दिन में तीन बजे तक था, किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया, इसलिए सभी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है।
इस बार के विधान परिषद चुनाव में BJP से डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेन्द्र सिंह, राम तीर्थ सिंघल और संतोष सिंह निर्विरोध जीत हासिल की है। वहीं,अपना दल (सोनेलाल) से आशीष पटेल, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) से योगेश चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विच्छे लाल राम शामिल हैं। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी से बलराम यादव, शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली और किरणपाल कश्यप को विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए हैं। इन सभी का कार्यकाल 6 मई से 2024 से शुरू होकर 5 मई 2030 तक रहेगा।
विधान परिषद में कांग्रेस के बाद बसपा की संख्या भी होगी शून्य
100 सीट वाली उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 5 मई के बाद बहुजन समाज पार्टी से कोई भी सदस्य नहीं होगा। इस तरह विधान परिषद में कांग्रेस के बाद बसपा की संख्या भी शून्य हो जाएगी। फिलहाल बहुजन समाज पार्टी से एक ही MLC भीम राव अम्बेडकर हैं और उनका कार्यकाल भी खत्म हो जाने जा रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के उच्च सदन में बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधित्व फिलहाल खत्म हो जाएगा। विधानसभा में हुजन समाज पार्टी के एक ही सदस्य हैं। वहीं, 5 मई के बाद विधान परिषद में समाजवादी पार्टी को फिर से नेता प्रतिपक्ष का पद मिल जाएगा। दरअसल, 100 सीटों वाली विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के लिए न्यूनतम 10 सदस्यों की जरूरत होती है। फिलहाल सपा के 8 सदस्य हैं। बत दें कि 7 जुलाई 2022 को सपा के लाल बिहारी यादव से नेता प्रतिपक्ष का पद छिन गया था।
5 मई के बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद में दलीय स्थिति
5 मई के बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बीजेपी के 7, सपा-10, अपना दल (सोनेलाल) के 1, निषाद पार्टी के 1, राष्ट्रीय लोक ददल के 1, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 1, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 1, शिक्षक दल (गैर राजनीतिक) के 1, निर्दलीय समूह के 2 और निर्दलीयों में 2 सदस्यों के होने साथ ही 1 सीट खाली रह जाएगी।
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