LUCKNOW ZONE BUREAU: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में सोमवार से पांच दिवसीय फैकल्टी इनैबलमेंट प्रोग्राम (एफईपी) का शुभारंभ कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय ने किया। इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड के सहयोग से प्रोफेशनल स्किल्स एंड एप्लीकेशन ऑफ एआई इन एजुकेशन विषयक इस एफईपी के दौरान इंडस्ट्री के विशेषज्ञ शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, चैट जीपीटी, ओपेन एआई का प्रशिक्षण देंगे। इससे शिक्षक एआई के विशेषज्ञ बनेंगे।
इस मौके पर कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने तीसरे चरण में है। जबकि हमारे शिक्षक अभी पहले चरण की एआई को भी अपनाने में पीछे हैं। एआई और अन्य नई तकनीकी को अपनाने में हम संकोच करेंगे कहीं न कहीं अपनी प्रासंगिकता को कम करेंगे। एक शिक्षक के तौर पर एआई हमें हमारा स्थान ले लेगा। इसलिए जरूरी है कि हम एआई सहित अन्य नई तकनीकी को सीखें। उदाहरण देते हुए बताया कि हाल के दिनों में जितने भी युद्ध लड़े जा रहे हैं वो सब इलेक्ट्रॉनिक वार फेयर हैं। इसका मतलब है कि अब तेजी से दुनिया हर क्षेत्र में बदल रही है। तकनीकी रूप से दक्ष और कौशल होने पर ही हम आगे बढ़ सकते हैं।
इंफोसिस स्प्रिंगबोर्ड के हेड अनंतपुरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उर्जा और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। बस जरूरत है इसे सही दिशा देने की। उन्होंने कहा कि कंपनी शिक्षकों को नई तकनीकी सिखाने के लिए हमेशा तैयार है। डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो. नीलम श्रीवास्तव ने विषय स्थापना की। बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से न केवल शिक्षकों को काफी फायदा मिलेगा बल्कि छात्र भी लाभान्वित होंगे। एफईपी में प्रशिक्षण डिंपल भसीन, नेहा और वायुनंदन त्रिपाठी दे रहे हैं। इस मौके पर प्रतिभा शुक्ला, शिशिर द्विवेदी सहित शिक्षक शामिल हुए।
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