#Strike #Transportation #Government #Public #हड़ताल #ट्रक #बस #सरकार #कानून
HIGHLIGHTS NEWS NETWORK: नए मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों में खास तौर से हिट एंड रन को लेकर साल के पहले दिन से पूरे देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ वाहन चालकों का विरोध प्रदर्शन सरकार से बातचीत के बाद अब थम गया है। केंद्र सरकार और ट्रांसपोर्ट संगठनों के बीच मंगलवार को हुई बातचीत के बाद हड़ताल और अन्य तरीकों से विरोध प्रदर्शन फिलहाल खत्म करने का फैसला किया गया। इस दौरान सरकार की ओर नए मोटर व्हीकल एक्ट के उन प्रावधानों पर विचार करने की बात कही गई है, जिन्हें लेकर विरोध किया जा रहा है।
मंगलवार शाम को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ बैठक के बाद ये मामला सुलझ सका। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को कहा कि हिट एंड रन के मामलों में नया दंड प्रावधान लागू करने का निर्णय ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से परामर्श के बाद ही लिया जाएगा। साथ ही कहा कि सरकार ये बताना चाहती है कि ये नए कानून और प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 106 (2) को लागू करने का निर्णय ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के परामर्श के बाद ही लिया जाएगा। उन्होंने सभी ट्रक चालकों से काम पर लौटने की भी अपील की।
वहीं, ट्रक चालकों के संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) के मुताबिक सरकार ने आश्वासन दिया है कि ठीक से विचार करने के बाद ही हिट एंड रन ( हादसा करके मौके से फरार हो जाना) के मामलों से संबंधित नया कानून लागू किया जायगा। साथ ही इस बात का भरोसा दिया गया है कि भारतीय न्याय संहिता के तहत नए प्रावधानों को अभी तक लागू नहीं किया जा रहा है।
बता दें कि नए बनाए गए कानून में हिट एंड की स्थिति में 10 साल तक की जेल और 7 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। इसको लेकर ही पिछले 2 दिनों के दौरान ट्रक चालकों ने पूरे देश में चक्का जाम कर दिया था। ऐसे में सड़क के दोनों ओर कई किलोमीटर दूर तक वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कई जिलों में रोडवेज बस चालकों ने भी हड़ताल की और ऑटो सहित अन्य वाहन भी कम ही चलते नजर आए। इस दौरान कई जगहों लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अ
इस दौरान दौरान पुलिस-प्रशासन ने कई जगहों पर हालात को काबू करने के लिए भी दिखाई, जिससे बहस और हंगामा भी हुआ। ट्रक चालकों की हड़ताल से सब्जियां भी महंगी बिकीं। इसके साथ ही कई शहरों में पेट्रोल पंप पर ईंधन की कमी की आशंका के बीच लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। साथ ही आने-जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं होने और जाम की वजहों से कई यात्री फंसे रहे। अनुमान है कि इस दौरान उत्तर प्रदेश के कई शहरों में रोडवेज बसों के कम चलने से सरकार को करीब 75 लाख रुपये के राजस्व हानि हुई है।
साल 2024 के पहले दिन ये थी ख़बर – NEW YEAR: गलन और कोहरे के साथ नए साल की हुई शुरुआत.. मंदिरों में उमड़ी लोगों की भीड़.. नए मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के विरोध में थमे वाहनों के पहिए