धरना प्रदर्शन पर बैठे ग्रामीण फोटो: यूपी हाइलाइट्स

अपने काफी जगह कुंवारे लड़कों के रिश्ते ना आने के अलग–अलग कारण सुने होंगे और बच्चों के स्कूल ना जाने के भी काफ़ी कारण सुने होंगे। आप यहा जानकर हैरान हो जाएंगे गांव में कोई ई–रिक्शा तक नहीं आता और एंबुलेंस को भी गांव में आने में एक घंटा लग जाता है। इन सब के पीछे बस एक ही वजह और वो है गांव की जर्जर सड़क जो गांव से सासनी संपर्क मार्ग को जोड़ती है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस की तहसील सासनी क्षेत्र के गांव बिलखोर खुर्द व कलां गांव में ग्रामीण अपने बच्चों को पिछले चार दिन से स्कूल नहीं भेज रहे हैं और स्कूल के गेट पर अनिश्चितकाल धरने पर बैठ गए है। शिक्षक भी स्कूल के समय पर ही आते हैं और स्कूल के समय पर ही जाते हैं। बस बच्चे ही नहीं आ रहे हैं। क्यूं की गांव की सड़क पिछले 10–12 वर्ष से ही जर्जर पड़ी हुई है। जिस कारण ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब गांव के सरकारी स्कूलों में बच्चे कक्षा पांच या आठ तक पढ़ लेंगे परंतु उसके बाद भी बच्चों को हाई स्कूल,इंटर के लिए गांव से बाहर ही जाना पड़ेगा। और यहां गांव की सड़क ही जर्जर है,तो बच्चे गांव से बहार ही पढ़ने नहीं जा सकते तो गांव के ही स्कूल में पढ़कर भी क्या ही कर लेंगे। इससे अच्छा तो अनपढ़ ही सही।

जानकारी देते मुनेंद्र सिंह ग्रामीण

प्राथमिक विद्यालय में 35 और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 64 बच्चे

नंद कुमार पाठक प्रधानाध्यपक

यहां प्राथमिक विद्यालय में 35 और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 64 बच्चे पंजीकृत हैं। ग्रामीणों ने आज भी स्कूल के गेट पर प्रदर्शन कर ताला लगाया और वहां नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। एक ग्रामीण मुनेंद्र सिंह का कहना था कि जब तक सड़क की समस्या दूर नहीं होगी। वह अपने बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे।

कुंवारे लड़कों के नहीं आते रिश्ते और यूरिया खाद लाने में होती है परेशानी

जानकारी देते मुनेंद्र सिंह ग्रामीण

जर्जर सड़का के कारण गांव में अब कुंवारे लड़कों के भी रिश्ते नहीं आ रहे हैं। क़रीब पिछले 10–12 वर्ष से ही गांव की सड़क जर्जर है। गांव में लड़कों के देखने वाले भी बोलते हैं की इस गांव की सड़क इतनी जर्रार हे हम कैसे रिश्ता कर दें। जहां निजी वाहन से भी आने में दिक्कत होती है। और अन्य वाहन वाले भी गांव का नाम सुनकर आने से मना कर देते हैं। इतना ही नहीं गांव के किसानों को खाद यूरिया लाने जर्जर सड़क से जूझना पड़ता है। गांव तक खाद यूरिया लाने में काफी मसक्कत करनी पड़ती है।

2022 विधान सभा चुनाव में भी किया था चुनाव बहिष्कार

जानकारी देते ग्रामीण पुनीत चौधरी

ग्रामीणों ने बताया की जब 2022 विधान सभा चुनाव हुए थे। उस समय भी सड़क को लेकर ग्रामीणों ने एक जुट होकर चुनाव का बहिष्कार किया था। कहा था की रोड नहीं तो वोट नहीं। जिस दिन वोटिंग हो रही थी उस दिन गांव में बीजेपी के पदाधिकारी गाड़ियों के काफिले के साथ गांव में पहुंच गए और ग्रामीणों को आश्वासन दिया की सरकार बनाने के बाद ही इस गांव की सड़क का निर्माण करा दिया जायेगा। परंतु हुआ वही जो होता है। चुनाव में बीजेपी की जीत होने के बाद में उस दिन से आज तक और अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने गांव में जर्जर सड़क का निर्माण नहीं कराया। जिसको लेकर अग्रिम समय में होने वाले चुनावों का ग्रामीण खुलकर बहिष्कार करेंगे। रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ बहिष्कार करेंगे।

अनिश्चितकाल धरने पर बैठे ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया की हम अनिश्चितकाल धरने पर बैठे हैं। जब तक गांव की सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होगा तक तब हम इस तरह ही धरने पर बैठे रहेंगे और बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजेंगे। कोई जनप्रतिनिधि आकार कहे या प्रशासन हम धरना समाप्त नहीं करेंगें।

NH 93 से गांव तक आने में होती है परेशानी काफी बार हुई सड़क दुर्घटना

जब ग्रामीण बाजार करने आते हैं तो गांव से एनएच 93 तक और फिर बाजार करने के बाद एनएच 93 से गांव तक पहुंचने में काफी दिक्कतें को सामना करना पड़ता है। वजह बस एक जर्राज सड़क। जिस कारण एनएच 93 से गांव तक कोई भी ई–रिक्शा नहीं आता है। तो ग्रामीणों को ढाई से तीन किलोमीटर गांव में पैदल ही चलकर आना पड़ता है। और इतना ही नहीं जर्जर सड़क के कारण काफी बार सड़क दुर्घटना भी हुई है।

बारिश में होती है हालत खस्ता दो पहिया वाहन जाते है फिसल

जर्जर सड़क के कारण बारिश के समय में सड़क पर चलने में ग्रामीणों की हालत खस्ता हो जाती है। गांव से एनएच 93 जाना हो या फिर एनएच 93 से गांव। बारिश के समय ग्रामीणों को सड़क पर वाहन चलाने में भी डर लगता है। क्यों की जर्जर सड़क के कारण दो पहिया वाहन फिसला जाते है। जिसके लोग सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते है। फिलहाल अभी ग्रामीण अनशन पर ही बैठे रहेंगे जब तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हो जाता। संवाद: हिमांशु कुशवाह

By Journalist Himanshu

Mr. Himanshu is a Television and Digital Journalist at Hathras District of Uttar Pradesh. He worked with many reputed media organizations. Presently he is attach with the Agra-Mathura Zone Bureau of UTTAR PRADESH HIGHLIGHTS. His position is Freelance Resident Editor at Hathras District. E-Mail: himanshukushwah8650@gmail.com

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