LUCKNOW ZONE BUREU: ईद का चांद मंगलवार ( 9 अप्रैल 2024) को नहीं दिखाई दिया। ऐसे में ईद-उल-फित्र का त्योहार अब गुरुवार ( 11 अप्रैल 2024) को मनाया जाएगा। ऐसे में पूरा एक महीने रोजे रखकर इबादत में गुजारने के बाद अब रोजेदारों को ईद का इंतजार है।
बता दें कि ईद का चांद देखने की उलेमाओं की अपील पर शाम को मगरिब की नमाज के बाद रोजेदारों की निगाहें चांद के दीदार को बेकरार रहीं। हर कोई आसमान में टकटकी लगाए ईद के चांद की एक झलक पाने का इंतजार करता रहा, लेकिन उनका इंतजार खत्म नहीं हुआ। शाम को सुन्नी और शिया उलेमाओं ने ईद का चांद नहीं दिखने का ऐलान किया।
मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इस्लामिक माह शवाल का चांद नहीं होने का ऐलान किया। साथ ही मरकजी शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने भी शवाल (ईद) का चांद नहीं होने का ऐलान किया। इसके अलावा इदारा शरइया फरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती अबुल इरफान मियां फरंगी मही ने भी ईद का चांद नहीं होने का ऐलान किया है।
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने जारी की एडवाइजरी
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन और ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि ऐशबाग ईदगाह में ईद-उल-फित्र की नमाज सुबह 10 बजे होगी। साथ ही उन्होंने ईद-उल-फित्र को लेकर एडवाइजरी जारी करते हुए उस पर अमल करने अपील भी की है। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि ईदगाह और मस्जिद परिसर के बाहर नमाज अता न करें। उन्होंने कहा कि अगर मस्जिद नमाजियों से भर जाए तो बाकी के नमाजी दूसरी मस्जिद में नमाज अता करें। उन्होंने कहा कि अगर संभव हो तो मस्जिद की छत पर भी नमाज अता कर सकते हैं। मौलाना ने बताया कि हर मस्जिद में नमाज के लिए 15 मिनट से आधे घंटे का समय अलग रहता है, ऐसे में मस्जिद भरने पर दूसरी जगह चले जाएं। मौलाना ने लाउडस्पीकर की आवाज तय मानक के अनुसार रखने और गाड़ियों को पार्किंग की जगह ही पार्क करने की भी अपील की।
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