अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारीअयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी

AYODHYA ZONE BUREAU : राम नगरी अयोध्या एक बार फिर भव्य और दिव्य दीपोत्सव मनाने जा रही है। इस बार सातवां दीपोत्सव होगा, जो कि 11 नवंबर 2023 की शाम को आयोजित होगा। इस बेहद खास आयोजन को सफल बनाने के लिए 25 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक राम की पैड़ी पर जुटे हुए हैं। इस बार करीब 24 लाख दिये प्रज्जवलित कर पिछले साल का भी रिकॉर्ड तोड़ने की पूरी तैयारी है।  

राम की पैड़ी के साथ ही यहां निर्माणाधीन राम मंदिर और परकोटे को भी विशेष तौर पर सजाया जा रहा है। साथ ही राम जन्मभूमि पथ भी आकर्षण का केंद्र रहेगा। ऐसे में कह सकते हैं कि दीपोत्सव के दौरान इस बार अयोध्या पहले से कहीं ज्यादा बदली हुई और एक अलग ही आकर्षण लिए हुए नजर आने वाली है। साथ ही इस बार दीपोत्सव में देश-विदेश के करीब 2500 कलाकार भी शामिल होंगे। इस दौरान श्रीलंका, नेपाल, सिंगापुर और रूस से आए दल रामलीला और रामकथा की प्रस्तुति करेंगे। इन 4 देशों के अलावा भारत के 24 प्रदेश भी रामलीला की प्रस्तुति करेंगे।

वहीं, दीपकों की गणना करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम अयोध्या पहुंच गई है और मंगलवार को इस टीम ने राम की पैड़ी के घाटों पर भ्रमण कर तैयारियां भी देखीं। बता दें कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की इस टीम का नेतृत्व निश्चल बरोट कर रहे हैं और ये टीम दीपोत्सव तक अयोध्या में ही रहेगी।

इस बार का दीपोत्सव भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने जा रही रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ ही दिन पहले होने जा रहा है। ऐसे में ये आयोजन और भी खास हो जाता है। इसके आयोजन की सफलता में योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसके मद्देनजर सरकार की ओर से जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इस आयोजन के लाइव प्रसारण की भी तैयारी है।

सातवें दीपोत्सव के लिए अब तक की तैयारी

हर साल दीपोत्सव के आयोजन में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और कई स्वयंसेवी संस्थाओं की प्रमुख भूमिका होती है। इस बार भी इसके आयोजन  को सफल बनाने की जिम्मेदारी इन्हीं पर है। सातवें दीपोत्सव के लिए इनकी मदद से 51 घाटों पर करीब 24 लाख दिए प्रज्जवलित किए जाएंगे। इसके लिए सभी दिये राम की पैड़ी के घाटों पर पहुंचा दिए गए हैं। वितरण और सामग्री समिति के संयोजक प्रोफेसर सिद्धार्थ शुक्ल और प्रोफेसर गंगाराम मिश्र की निगरानी में मंगलवर देर रात तक 51 घाटों पर करीब 24 लाख दिये पहुंचाए गए। इसके बाद बुधवार को यातायात समिति के संयोजक प्रोफेसर अनूप कुमार और डॉ. सुरेन्द्र मिश्र की मौजूदगी में विश्वविद्यालय परिसर से बसों के जरिए स्वयंसेवकों को राम की पैड़ी पहुंचाया गया। फिर घाटों पर 500-500 दियों से भरे के गत्तों को रखवाया गया। इसके बाद दियों को मार्किंग वाली जगहों पर बिछाने का काम जारी है, जो कि गुरुवार तक होगा। शुक्रवार को दीपकों की गणना होगी और फिर शनिवार को स्वयंसेवक बाती लगाने और तेल डालने के साथ ही दीपक प्रज्जवलित करेंगे।

कुलपति ने की दीपोत्सव के सफल आयोजन की कामना

डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर प्रतिभा गोयल ने भगवान राम के चित्र के सामने 5 दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव के इस बार भी सफल आयोजन की कामना की। इस दौरान साथ नोडल अधिकारी प्रोफेसर संत शरण मिश्र और कुलसचिव डॉ. अंजनी कुमार मिश्र, वित्त अधिकारी पूर्णेंन्दु शुक्ल, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, प्रोफेसर सिद्धार्थ शुक्ल और मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने भी दीपोत्सव के सफल आयोजन की कामना की।

By Sandeep Kumar Srivastava

Mr. Sandeep Kumar Srivastava is a media professional and educator. He has more than 15 years of journalistic experience. He was attached with the newsroom of many reputed media houses in BHARAT. He worked as a News Anchor, News Producer and Correspondent. He is very well known for his news and program presentation skills in Television and Digital Media. He is Founder and Editor-In-Chief of UTTAR PRADESH HIGHLIGHTS. E-Mail: tvjournalistsandeepsrivastav@gmail.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *