विटामिन-डी शरीर के लिए बहुत जरूरी है। सूरज की रोशनी इसका मुख्य सोर्स है। सुबह के समय कुछ देर धूप में जरूर बैठना चाहिए। लेकिन, सर्दियों में तेज धूप नहीं निकलती है। इस कारण अगर हम धूप में बैठते भी हैं, तो शरीर लगभग ढका रहता है, जिससे शरीर ठीक सी विटामिन-डी अब्सॉर्ब नहीं कर पाता है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर विंटर्स में बॉडी को विटामिन-डी की कमी से कैसे बचाया जाए?
विटामिन-डी रिच ड्राई फ्रूट्स
शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स बेहतर विकल्प हैं। साथ ही इनमें ऐसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जिससे बॉडी में विटामिन-डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। जानिए 5 ऐसे नट्स के बारे में जो विटामिन-डी की भरपूर मात्रा होती है और आप नियमित रूप से इसका सेवन कर सकते हैं।
सूखे अंजीर
अंजीर यानी फिग सेहत के लिए वरदान है। इसमें विटामिन-डी की भरपूर मात्रा होती है। सूखे अंजीर को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इसके नियमित सेवन से शरीर में विटामिन-डी की कमी तो पूरी होगी है। साथ ही इसमें पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड से शरीर को भरपूर एनर्जी मिलेगी और हार्मोनल बैलेंस बेहतर होगा।
बादाम
आमतौर पर बादाम रोजाना खाने की सलाह दी जाती है। इससे शरीर के लिए जरूरी विटामिन-डी की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। यही नहीं बादाम न्यूरो गतिविधियों को बेहतर बनाने का काम करता है। रात भर पानी में भिगोने के बाद सुबह बादाम का सेवन करें। भीगे हुए बादाम से पूरे दिन में जरूरी विटामिन-डी का 9 प्रतिशत मात्रा मिल जाता है।
खजूर
सूखे मेवे में खजूर भी विटामिन-डी का एक सोर्स माना जाता है। सर्दियों में इसके सेवन से शरीर में विटामिन-डी की कमी नहीं होती है। इसके अलावा खजूर में एंटी-एजिंग गुण भी मौजूद होता है। इससे चेहरे पर नजर आने वाली झुर्रियों के असर को कम करने में मदद मिल सकती है।
किशमिश
फाइबर,आयरन, कैल्शियम और बोरॉन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर किशमिश में विटामिन-डी की अच्छी मात्रा होती है। सर्दियों में जब हम सूरज की रोशनी से विटामिन-डी नहीं ले पाते तो ऐसे में किशमिश विटामिन-डी का एक अच्छा विकल्प है। रोज सुबह दो से चार भीगे हुए किशमिश खाएं।
क्रैनबेरी
क्रैनबेरी में लगभग 0.7 एम जी विटामिन-डी मौजूद रहता है। इसलिए सर्दियों में इसके नियमित सेवन से शरीर में होने वाले विटामिन-डी की कमी को दूर किया जा सकता है। कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर क्रैनबेरी को सुपर फूड माना जाता है। यह आपके शरीर को विटामिन-डी के साथ फाइबर, विटामिन-सी और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे जरूरी तत्व भी प्रदान करता है।
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क्यों जरूरी है विटामिन-डी ?
विटामिन-डी हमारी हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है। शरीर में इसकी कमी से कैल्शियम का अब्जॉर्प्शन बेहतर तरीके से नहीं हो पाता और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। विटामिन-डी न केवल कैल्शियम अब्जॉर्प्शन बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा हार्मोनल इम्बैलेंस को रेगुलेट करने के लिए भी ये बहुत जरूरी है।
विटामिन डी की कमी से होने वाली बीमारियां
सांसों की समस्या
अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है, तो सांसों की समस्या हो सकती है। क्योंकि इससे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे सांस की नली में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
डिप्रेशन
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि बॉडी में विटामिन डी की कमी से आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा आपको अनिद्रा की समस्या हो सकती है। यही नहीं भूख की कमी, चिड़चिड़ापन और निराशा की भावना महसूस हो सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस
लो विटामिन डी, कैल्शियम अवशोषण को कम करता है। कैल्शियम अवशोषण हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपको कुछ देर धूप में बैठने की जरूरत होती है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी को केवल सुझाव के रूप में लें। किसी भी उपचार/दवा/डाइट के लिए अपने विवेक के आधार पर निर्णय लेते हुए डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह भी लें। UTTAR PRADESH HIGHLIGHTS किसी भी अनहोनी के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।