NOIDA ZONE BUREAU: नोएडा में लोटस-300 प्रोजेक्ट के निवेशकों से रकम लेने के बावजूद फ्लैट नहीं देने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच के दौरान बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में ED ने उत्तर प्रदेश के नोएडा और मेरठ के साथ ही दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में 12 ठिकानों पर ठापेमारी की है। इस दौरान कुल 42.56 करोड़ रुपये का हीरे-सोने का जेवरात और कैश बरामद हुआ है।
ये बरामदगी नोएडा में लोटस-300 प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशकों और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह (सेवानिवृत्त आईएएस) के ठिकानों से हुई हैं। सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह के आवास से 5.26 करोड़ रुपये का सॉलिटियर हीरा भी बरामद हुआ है। वहीं, उनकी पत्नी पर करोड़ों रुपये के 35 हीरे अमेरिका ले जाने का शक है।
बता दें कि छापेमारी खत्म होने के बाद ED ने गुरुवार ( 19 सितंबर 2024) को इस स खुलासा किया। जांच में सामने आया कि सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह ने बेशकीमती हीरे दिल्ली के एक बड़े ज्वेलर्स से खरीदे थे। मोहिंदर सिंह ने पूछताछ में बताया कि पीसी ज्वेलर्स के संचालकों से उसकी 30 साल से मित्रता रही है। ऐसे में कैश ज्यादा होने पर हीरे में निवेश किया था। ईडी को उनके आवास से 35 हीरों के सर्टिफिकेट भी मिले हैं, हालांकि हीरे बरामद नहीं हुए। अधिकारियों को शक है कि कुछ दिन पहले मोहिंदर की पत्नी इन हीरों को साथ लेकर अमेरिका शिफ्ट हो गई हैं।
गौरतलब है कि हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने निवेशकों से रकम लेने के बाद भी उनको फ्लैट नहीं दिए थे। इसके बाद कई निवेशकों ने मुकदमे दर्ज कराया था। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ईडी को जांच करने का आदेश दिया था। ईडी ने कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ मनी लॉन्डिंग का केस दर्ज करने के बाद बीते मंगलवार को छापा मारा था।
इस दौरान हैसिंडा प्रोजेक्ट के साथ मेसर्स क्लाउड 9 प्रोजेक्ट्स के संचालकों के ठिकानों पर भी छानबीन की गई। इनमें मोहिंदर के साथ सुरप्रीत सिंह सूरी, विदुर भारद्वाज, निर्मल सिंह, आदित्य गुप्ता और कई अन्य के ठिकानों तक ईडी की टीम पहुंची। 42.56 करोड़ रुपये कैश, ज्वैलरी और करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेज जब्त करने के साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक साक्ष्य भी उनके कार्यालय और आवासीय परिसर से बरामद किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में माना जा रहा है कि मोहिंदर की मिलीभगत से हैसिंडा के निदेशकों ने प्रोजेक्ट में निवेश करने वालों के साथ 426 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। इस रकम को बाद में मनी लॉन्डि्रंग के जरिए हीरे और सोने के आभूषणों और निजी संपत्तियों में निवेश किया गया।
ED की छापेमारी में ये हुई बरामदगी
सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह के घर से 5.26 करोड़ रुपये का बेशकीमती हीरा मिला है। साथ ही उसके घर से 35 हीरों के सर्टिफिकेट भी बरामद हुए। आशीष गुप्ता के आवास से 7.1 करोड़ रुपये के हीरे मिले। आदित्य गुप्ता के घर से 25 करोड़ रुपये के हीरे-सोने के जेवरात मिले। 85 लाख रुपये से ज्यादा का कैश सभी ठिकानों से बरामद हुआ।
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