LUCKNOW AND BAREILLY ZONE BUREAU: रक्षाबंधन के साथ ही सावन का महीना बीत चुका है। साथ ही मौसमें में भी धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में इस मौसम में होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। कई शहरों में लोग वायरल फीवर के साथ ही कई अन्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। साथ ही मच्छरों के जरिए होने वाली बीमारियों के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग इन दिनों होने वाली बीमारियों से बचने के उपाय हर जिले में हर मुमकिन उपाय कर रहा है। लेकिन, बरेली में सभी उपाय फेल होते नजर आ रहे हैं। दरअसल, यहां मलेरिया और डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। इस सीजन में अब तक मलेरिया के 955 और डेंगू के 19 मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में पिछले साल की तरह ही इस साल भी यहां रहने वाले लोग मलेरिया और डेंगू को लेकर दहशत में हैं।
मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के मद्देनज़र जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग और नोडल अधिकारियों के साथ कैंप कार्यालय में बैठक की। इस दौरान उन्होंने मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए सभी संभावित कवायद फौरन करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, बरेली में लगातार तेजी से बढ़ रही मरीजों की संख्या को लेकर सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह का कहना है कि मलेरिया, और डेंगू के संदिग्ध मरीजों को ट्रैक करने के लिए अब पहले से ज्यादा जांच हो रही है, इसलिए मरीज भी ज्यादा मिल रहे हैं। इनका इलाज कराने के साथ फॉलोअप टेस्ट भी हो रहा है, जिससे पैरासाइट्स खत्म हो जाएं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की सभी टीमें सक्रिय हैं। जो कमियां हैं, उसे दूर कराया जा रहा है।
बता दें कि मच्छरजनित रोगों के लिहाज से उत्तर प्रदेश की संवेदनशील सूची में बरेली जिले का नाम दर्ज है। दअसल, स्वास्थ्य विभाग ने पिछले महीने संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया था, जिसमें बरेली जिले का नाम 43वें पायदान पर दर्ज हुआ। इस अभियान के तहत संवेदनशील गांवों में व्यवस्थाओं के लिए 100 अफसरों को नोडल अधिकारी बनाया गया था। लेकिन, ये अभियान कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित रहा। ज्यादातर गंदगी के अंबार से पटे रहे। नालियां बजबजाती रहीं और झाड़ियां बढ़ती गईं। संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग भी कम किए जाने की बात सामने आई थी।