PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: 14 सितंबर 2024 को पूरे देश में राष्ट्रीय हिंदी दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। इस दिन प्रयागराज में पत्रकार और साहित्यकार राकेश कुमार वर्मा ‘नूतन’ के साहित्यिक संकलन ‘कालचक्र: एक प्रारब्ध (1966-2020)’ का कवर पेज लॉन्च किया गया। इस साहित्यिक संकलन का संपादन प्रियांशु श्रीवास्तव ‘दीपक’ और डॉक्टर आकांक्षा पाल ने किया है।
प्रियांशु श्रीवास्तव ‘दीपक’ पत्रकार और साहित्यकार राकेश कुमार वर्मा “नूतन” के पुत्र हैं। वो जिला पंचायत में लिपिक के तौर पर कार्यरत हैं। वहीं, डॉक्टर आकांक्षा पाल सीएमपी डिग्री कॉलेज के संगीत विभाग में अतिथि प्रवक्ता हैं।साहित्यिक संकलन ‘कालचक्र: एक प्रारब्ध (1966-2020)’ का प्रकाशन ग्रेटर नोएडा स्थित दिशा इंटरनेशनल पब्लिशिंग हाउस की ओर से किया जा रहा है।
बता दें कि 8 जनवरी 1966 को जन्में राकेश कुमार वर्मा ‘नूतन’ का निधन 18 दिसंबर 2020 को हो गया था। अपने जीवन काल में वो पत्रकार के तौर पर कई मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे। साथ ही साहित्यकार के तौर पर कई रचनाएं समाज को समर्पित की। वो जिला पंचायत में वरिष्ठ सहायक के तौर पर भी कार्यरत रहे।
प्रियांशु श्रीवास्तव ‘दीपक’ ने बताया कि मेरे पिता ने अपने करीब 30 साल के साहित्यिक जीवन के दौरान गद्य और पद्य में कई रचनाएं की हैं। इन सभी का संकलन ‘कालचक्र: एक प्रारब्ध (1966-2020)’ में किया जा रहा है। ये सारगर्भित पुस्तक सामाजिक विषयों पर गद्य और पद्य के रूप में साहित्य का समसामयिक सागर है और जल्द ही ये पुस्तक लोगों के लिए उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि पिता के साहित्यिक विचारों को जीवंत रखने की इस कोशिश में दादी माधुरी वर्मा और चाचा राजीव वर्मा सहित सहित पूरे परिवार और मित्रों का सहयोग रहा है।
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