PRAYAGRAJ ZONE BUREAU : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसबंध को महाकुंभ मेला क्षेत्र में आएंगे। अपने करीब 3 घंटे के दौरान वो गंगा पूजन कर महाकुंभ की शुरुआत करेंगे। साथ ही 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब 700 परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे। इनमें 3800 करोड़ रुपये की महाकुंभ की 400 से ज्यादा परियोजनाओं के साथ ही रेलवे और एनएचएआई सहित केंद्रीय विभागों की कई परियोजनाएं हैं। वहीं, PM मोदी के दौरे से पहले शनिवार (7 दिसंबर 2024) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रविवार (8 दिसंबर 2024) को रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने महाकुंभ और धानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए।
CM योगी ने अफसरों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा की। साथ ही पूरे आयोजन का खाका खींचा। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री विशेष विमान से करीब 11 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर से अरैल आएंगे। अरैल से निषादराज क्रूज पर सवार हो किला घाट आएंगे। फिर संगम पहुंचकर पूजन करेंगे। प्रधानमंत्री इस मौके पर संतों के साथ वार्ता भी करेंगे। वार्ता में अखाड़ों, खाक चौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के साथ ही अन्य संस्थाओं के संत शामिल रहेंगे। मेला प्रशासन की ओर से संतों को आमंत्रण भी भेजा जाएगा। CM योगी ने संतों को प्रधानमंत्री की सभा के लिए आमंत्रित किया है।
प्रधानमंत्री अक्षयवट, पातालपुरी और हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे। साथ ही कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। । इस दौरान वर्चुअल माध्यम से शृंग्वेरपुर में बने निषादराज पार्क सहित अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। साथ ही शृंग्वेरपुर में प्रस्तावित गंगा रिवर फ्रंट और संग्रहालय का शिलान्यास भी करेंगे। उनका भरद्वाज आश्रम जाने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। हालांकि, इसके लिए अभी पीएमओ से स्वीकृति मिलनी बाकी है। इसके बाद प्रधानमंत्री संगम नोज पर तैयार हो रहे पंडाल में सभा को संबोधित करेंगे।
CM योगी महाकुंभ के जुड़े कार्यों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (7 दिसंबर 2024) को अफसरों के साथ बैठक में महाकुंभ के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पूरे हो चुके कार्यों पर संतोष जताया। साथ ही सभी कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही अन्य परियोजनाओं को भी 10 दिसंबर तक पूरा कर लेने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मेले की बसावट, संगम पर सर्कुलेटिंग एरिया बढ़ाने के लिए ड्रेजिंग सहित सभी कार्यों में अपेक्षित तेजी लाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने जरूरी संसाधन और श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने डिजिटल महाकुंभ की बात भी कही। वहीं, नैनी में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने नालों की टैपिंग, एसटीपी के निर्माण, नालों और सीवर लाइन के गंदे पानी के शोधन आदि के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान जल निगम के अफसरों ने रसूलाबाद एसटीपी की भी फाइल दिखाई। इससे पहले समीक्षा बैठक में महापौर गणेश केसरवानी की ओर से मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई थी कि उनके निर्देश पर रसूलाबाद घाट का नामकरण चंद्रशेखर आजाद के नाम पर हो गया। ऐसे में मुख्यमंत्री फाइल में भी रसूलाबाद की जगह चंंद्रशेखर आजाद घाट लिए जाने का निर्देश दिया।
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने भी महाकुंभ से जुड़े कार्यों का लिया जायजा
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने रविवार (8 दिसंबर 2024) महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज में चल रहे कार्यों का जायजा लिया। रेल मंत्री वाराणसी के रास्ते झूंसी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने झूंसी और फाफामऊ स्टेशनों पर चल रहे कार्यों की प्रगति देखी। महाकुंभ के मद्देनजर चल रही तैयारियों के अलावा झूंसी-प्रयागराज शहर के बीच गंगा पर बनाए गए पुल का भी जायजा लिया। उनके साथ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद हैं। झूंसी रेलवे स्टेशन का काम देखकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों पीठ थपथपाई और कहा कि बहुत अच्छा काम हुआ है। । झूंसी रेलवे स्टेशन का काम देखकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों पीठ थपथपाई, बोले बहुत अच्छा कार्य हुआ है, आप लोगों को बधाई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले ढाई साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में महाकुंभ 2025 की तैयारियां की जा रही हैं। पिछले 2 साल में इससे जुड़े कार्यों में 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। महाकुंभ 2025 की तैयारियों की पिछले ढाई साल से नियमित समीक्षा की जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए 3000 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके लिए लगभग 10 हजार नियमित ट्रेनें चलाई जाएंगी। महाकुंभ 2025 के लिए कुल मिलाकर 13 हजार ट्रेनें तैयार की गई हैं।
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