PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविावार ( 6 अक्टूबर 2024) को प्रयागराज में महाकुंभ-2025 की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के साथ ही महाकुंभ-2025 के लोगो, वेबसाइट ( http://kumbh.gov.in ) , एप ( Mahakumbhmela2025 )और भूमि एवं सुविधाओं के लिए तैयार अप्लीकेशन का अनावरण किया। अक्षयवट के साथ ही हनुमान मंदिर में पूजन और निरीक्षण के बाद उन्होंने संतों के साथ वार्ता भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को 10 दिसंबर तक हर हाल में काम पूरे कर लेने के निर्देश दिए हैं। अपने प्रयागराज दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 से 15 दिसंबर के बीच प्रयागराज के संभावित दौरे का भी जिक्र किया।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर प्रयागराज के परेड मैदान में सुबह सवा दस बजे उतरा और शाम को साढ़े चार बजे रवाना हुआ। करीब सवा छह घंटे के प्रयाराज दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले 3 नदियों के संगम का दर्शन और पूजन किया। इसके बाद बाढ़ के पानी में डूबे मेला क्षेत्र का मोटरबोट से निरीक्षण किया। अक्षयवट के साथ ही हनुमान मंदिर पूजन और निरीक्षण करने के बाद उन्होंने संतों के साथ बातचीत की। इसके बाद डेढ़ घंटे से अधिक समय तक अधिकारियों के साथ 5650.66 कराेड़ रुपये की 600 से ज्यादा परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने महाकुंभ के कार्यों की प्रगति के बारे में बताया। महाकुंभ के कई काम वक्त के साथ पिछड़ने पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही मुख्यमंत्री ने भी चिंता जताई और हर काम की अलग-अलग समीक्षा करते हुए उनके पूरा होने की नई समय सीमा तय की। इस दौरान अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया कि पिछले माघ मेले में गंगा नदी में 10 से 15 क्सूेक जल था। बाढ़ के चलते इस समय गंगा में करीब 80 से 90 क्सूसेक जल है। पानी निकलने के बाद काम में तेजी आएगी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बाचतीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यसाथ ने स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित महाकुंभ के संकल्प को दोहराया। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2019 के कुंभ को पूरी दुनिया में पहचान मिली थी। 24 करोड़ लोग आए थे। 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को देखा था। महाकुंभ-2025 उससे भी भव्य होगा। इस बार महाकुंभ क्षेत्र भी 3200 से बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर कर दिया गया है। उसी के मुताबिक युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि बारिश और बाढ़ का पानी नहीं निकलने की वजह से महाकुंभ का काम 8-10 दिन काम पीछे हुआ है, लेकिन पहले से ही इतना समय लेकर चला जा रहा है। इससे चिंता की बात नहीं है। अधिकारियों को मानवश्रम और अन्य संसाधन बढ़ाकर दोगुनी गति से काम कराने के लिए कहा गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 से 15 दिसंबर के बीच प्रधानमंत्री के संभावित दौरे के बारे में बताते हुए उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान महाकुंभ और अन्य योजनाओं के तहत होने वाले निर्माण परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। वहीं, संतों की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ मेला क्षेत्र के आसपास मांस-मदिरा की बिक्री प्रतिबंंधित रहेगी। मुख्यमंत्री ने संतों से कहा कि ये आपका का मेला है। महाकुंभ के आयोज और व्यवस्था को लेकर किसी तरह की नकारात्मक बात ना कहें। संतों की भावनाओं का पूरा सम्मान होगा।
पत्रकारों से बाचतीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरद्वाज आश्रम और अलोपी देवी मंदिर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान वहां हो रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। निर्माणाधीन आईईआरटी फ्लाईओवर को भी देखा। साथ ही स्वामी वासुदेवानंदजी से मुलाकात की। करीब 10 मिनट की मुलाकात के दौरान उन्होंने महाकुंभ पर चर्चा की। मुख्यमंत्री को नैनी में 2 सड़कों के निरीक्षण के साथ आदि माधव मंदिर भी जाना था, लेकिन संतों के साथ वार्ता में अधिक समय लग गया। इस वजह से नैनी में निरीक्षण का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
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