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PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: कौशांबी में नए साल के पहले दिन सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकरऔर सांसद विनोद सोनकर के मीडिया प्रभारी राजेंद्र पांडे ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस दौरान दोनों ने 25 दिसंबर 2023 को विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान जैतपुर हजारी गांव में सांसद विनोद सोनकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को एक साजिश बताया और इस संबंध में कई बातें पत्रकारों के सामने रखी।
संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा गया कि 25 दिसंबर 2023 को नेवादा ब्लाॅक के जैतपुर हजारी गांव में विकसित भारत संकल्प यात्रा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में सांसद विनोद सोनकर को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था और इसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। इस दौरान समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता जितेंद्र सरोज की पत्नी श्यामा देवी भी पहुंची थी और सांसद विनोद सोनकर पर अपना घर गिरवाने का आरोप लगाया था। महिला के इस आरोप को पूरे गांव के विरोध प्रदर्शन के तौर पर बताया गया, जो कि गलत है।
संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया गया कि श्यामा देवी समाजवादी पार्टी के जिला पदाधिकारी जितेंद्र सरोज की पत्नी हैं और जिला पंचायत की सदस्य भी है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान उनका सांसद विनोद सोनकर पर घर गिरवाने का आरोप राजनीति से प्रेरित है और वो सुनियोजित साजिश के तहत वहां विरोध करने पहुंची थीं।
श्यामा देवी के आरोप को नकारते हुए संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा गया कि जानकारी के मुताबिक सही तथ्य ये है कि जितेंद्र सरोज ने ग्रामसभा की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कर लिया था। तहसील प्रशासन ने साल 2017 में जितेंद्र के खिलाफ चायल तहसीलदार की अदालत से बेदखली का वाद संचालित हुआ था। इसके बाद जितेंद्र सरोज के खिलाफ बेदखली का आदेश और जुर्माना का आदेश हुआ था। इस आदेश के खिलाफ जितेंद्र सरोज हाईकोर्ट भी पहुंचे थे, जिसमें उसे वहां से कोई राहत नहीं मिली। इस आदेश के क्रियान्वयन के अनुपालन में ही जितेंद्र सरोज का घर गिराया गया था।
वहीं, ये भी बताया गया कि जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर कल्पना सोनकर का का चुनाव कोर्ट के इस आदेश के बाद हुआ था। ऐसे में इस कार्रवाई का कल्पना सोनकर के चुनाव से कोई वास्ता नहीं है। साथ ही इसमें सांसद विनोद सोनकर की भी कोई भूमिका नहीं है। साथ ही प्रेस वार्ता के दौरान ये भी गंभीर आरोप लगाया है कि जितेंद्र सरोज की ओर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के वक्त 50 लाख रुपये की मांग की गई थी।
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