PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: प्रयागराज में शुक्रवार को डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विधि विश्वविद्यालय के पहले सत्र का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के कन्वेंशन सेंटर में हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ. डीवाइ चंद्रचूड़ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिरकत की। इस दौरान CJI ने विधि विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस दौरान सीजेआई डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ ने शहरों से लेकर ग्रामीण क्षैत्र सथित विधि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में हिंदी में पढ़ाई को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।स दौरान उन्होंने न्यायिक क्षेत्र में हिंदी को लेकरर सुप्रीम कोर्ट की पहल का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 1950 से 2024 तक के करीब 36 हजार निर्णय का हिंदी अनुवाद कराया है। इसका मकसद ये है कि जो अंग्रेजी नहीं जानते, उनके घर, हृदय और द्वार तक कानून पहुंचे। इसे हर प्रदेश में लागू किया जा सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि डॉ.राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय उच्च स्तरीय कानूनी पढ़ाई का केंद्र बनेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा का उद्देश्य सभी की भलाई होना चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में बराबरी से ही समाज में बराबरी हो सकेगी। इसके साथ ही सीजेआई ने प्रयागराज को धर्म और ज्ञान की नगरी बताया। उन्होंने इसके सामाजिक और शैक्षणिक महत्व को तुलसी दास, कबीर दास और मुंशी प्रेमचंद के जरिए रेखांकित किया। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट से जुड़ीं अपनी पुरानी यादें भी ताजा कीं और देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद के योगदान को भी याद किया। उन्होंने बताया कि डॉ.राजेंद्र प्रसाद अच्छे वकील थे और प्रयागराज से ही उन्होंने वकालत की पढ़ाई की थी।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज केवल गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम ही नहीं है, बल्कि धर्म, ज्ञान और न्याय की भी त्रिवेणी भी है। उन्होंने बताया कि सुशासन की पहली शर्त रूल ऑफ लॉ है। बिना बार और बेंच के ये संभव नहीं है। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जस्टिस चंद्रचूड़ की काफी तारीफ की। साथ ही कहा कि युवा वकीलों के लिए राज्य सरकार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगी।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मनोज मिश्रा और राजेश बिंदल के सााथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली, महाधिवक्ता अजय कुमार मिश्रा, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा और उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी मौजूद रहे। बता दें कि डॉ, राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विधि विश्वविद्यालय 27वां विधि विश्वविद्यालय है।
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