PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: प्रयागराज में जहां एक ओर गंगा और यमुना नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम होकर स्थिर हो रहा है, वहीं दूसरी ओर महाकुंभ 2025 की तैयारियां भी अब तेजी से आगे बढ़ती दिखाई दे रही हैं।महाकुंभ में यातायात प्रबंधन के मद्देनज़र टूर गाइड्स को अलग-अलग बैच में प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही इन बैच में टूर गाइड्स के साथ ही बोटमैन, वेंडर्स और टैक्सी ड्राइवर्स को भी शामिल करके पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए जागरूक किया जा रहा है।
बता दें कि अब तक 5 बैच को प्रशिक्षित किया जा चुका है और हर बैच में अब तक करीब 60 टूर गाइड्स शामिल किए गए हैँ। ये यातायात प्रशिक्षण कार्यक्रम लखनऊ मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान की ओर से प्रयागराज में सिविल लाइंस स्थित राही होटल आयोजित किया जा रहा है। महाकुंभ में सरल- सुगम यातायात के लिए पुलिस उपायुक्त यातायात नीरज पाण्डेय और अपर पुलिस उपायुक्त कुलदीप सिंह के निर्देशन में यातायात निरीक्षक पवन कुमार पांडेय यातायात के नियमों के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
इस दौरान यातायात निरीक्षक पवन कुमार पांडेय ने कहा कि अतिथि देवो भव की भावना से मेले में अपना योगदान दें। जो भी श्रद्धालु जिस भी मार्ग से आ रहे हो उन्हे सुगमता पूर्वक संगम या अन्य स्नान घाट तक पहुंचाए और मेले में वाहनों को चैराहों से उचित दूरी पर खड़ा होने के लिए उनके ड्राइवरों को बताएं और स्नेहपूर्वक श्रद्धालुओं से चौराहे पर नहीं खड़े होने को कहें। मेले के निकटतम रेलवे स्टेशन केा नाम और दूरी की जानकारी अवश्य रखें। साथ ही जिस क्षेत्र में ड्यूटी लगाई जाए, उस सर्किल के एसएचओ और चौकी प्रभारी का नंबर जरूर सेव रखें।
उन्होंने कहा कि मेले में किसी भी तरह के अफवाह को ना फैलने दें, जिससे भगदड़ की संभावना ना होने पाए। मेले में जो भी नियम बनाए जाएं, उसका पालन करें। जिस घाट पर क्षमता से ज्यादा भीड़ हो। उन घाटों पर नहीं जाने के लिए श्रद्धालुओ से अपील करें और प्रशासन का सहयोग करें। असुविधा होने पर मदद भी लेते रहें और शालीनता पूर्वक पालन कराएं। दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के प्रमुख मार्ग का भी ध्यान रखें और उनकी भाषा से भी ये समझ लें कि ये व्यक्ति किस राज्य का होगा। उसे उसी रूट के तरफ का रास्ता बताएं। हर रूट के वाहन पार्किंग की भी जानकारी याद रखने की भीआवश्यकता है।
यातायात निरीक्षक पवन कुमार पांडेय बताया कि जो अपने सगे संबंधियों से बिछड़ गए हों, उन्हे साउंड सिस्टम से पुकारा कराएं और भूले भटके शिविर में भेजवा दें। मेले के दौरान शहर के प्रमुख चैराहों के वर्तमान नाम से ही नाम लें, जिससे लोगों को सही स्थान तक ले जाया जा सके। संदिग्ध व्यक्तियों के दिखने पर प्रशासन को सूचना दें, जिससे मेले में किसी भी प्रकार की असुविधा ना होने पाए। साथ ही उन्होने अपील की कि प्रयागराज को सिर्फ महाकुंभ मेले तक ही पर्यटन के केंद्र न बनने दें। कोशिश करें कि प्रयागराज हमेशा टूरिस्ट का केंद्र बन जाए, जिससे सभी को लाभ हो सके। सभी के प्रयास सेतीर्थराज प्रयागराज की देश-विदेश में अलग पहचान बन सकेगी।
यातायात प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह और असिस्टेंट प्रोफेसर प्रखर तिवारी के मौजूदगी की रही। इस दौरान प्रतिभागियों से सवाल-जवाब भी किया गया। प्रशिक्षण के दौरान समाजसेवी नीतीश शुक्ल, सतेंद्र कुमार, रंजीत कुमार के साथ ही यातायात टीम के कई सदस्यों की भी मौजूदगी रहती है।
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