HIGHLIGHTS EDITORIAL DESK: 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हुई है और 12 अक्तूबर को विजयादशमी पर इसका समापन होगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ये पर्व देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री) की पूजा और साधना के लिए समर्पित होता है। वहीं, नवरात्रि के ठीक बाद दसवें दिन विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। ऐसे में जहां हर ओर मां दुर्गा के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है, वहीं रामलीलाओं का मंचन भी जारी है। पूरा देश त्योहार के उत्साह में नजर आ रहा है।
ये दिन नए कामों की शुरुआत के लिए भी बेहद शुभ माने जाते हैं। ये पर्व मानसिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक जीवन में संतुलन बनाते हुए सभी के जीवन सुखद बनाते हैं। ये पर्व अपनी जड़ों से जुड़े रहने, समाज में एकता और सद्भाव बनाए रखने, और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी बेहद जरूरी होते हैं। वहीं, माना जाता है कि त्योहारों पर सकारात्मक संकल्प जीवन के हर पहलू को समृद्ध करते हैं। ऐसे में हमें अपने-अपने तरीके से त्योहार मनाने के साथ ही खुद की और समाज के लिए सकारात्मक संकल्प लेने चाहिए।
हम आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान का संकल्प के साथ ही स्वास्थ्य और शारीरिक शुद्धि, क्रोध और नकारात्मकता से मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति से जुड़ाव, समाज सेवा और परोपकार, सामाजिक एकता और भाईचारे के विकास, परिवारिक बंधनों को मजबूत बनाने, आत्मविकास और ज्ञानार्जन और सांस्कृतिक पहचान के संरक्षण जैसे कई कई तरह से संकल्प ले सकते हैं। साथ ही इन संकल्पों की सिद्धी भी जरूर होनी चाहिए। आप सभी को उत्तर प्रदेश हाईलाइट्स की पूरी टीम की ओर से शारदीय नवरात्रि और विजयादशमी के पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
UP HIGHLIGHTS में प्रकाशित ये ख़बरें भी पढ़िए-