PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिळेश यादव के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। इस बीच विधानसभा उपचुनाव से पहले आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज दौरे पर रहे और यहां भी उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और साल 2017 से पहले रही उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
प्रयागराज में CM योगी ने रोजगार मेले का शुभारंभ किया। साथ ही 633 करोड़ की 407 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इस दौरान मंच से अपने संबोधन के दौरान वो कई मसलों को लेकर वो जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि बुलडोजर चलाने के लिए बुलडोजर जैसी इच्छाशक्ति चाहिए। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले बुलडोजर नहीं चला सकते। माफिया समाज का कोढ़ है, इसे निकाल फेंकेंगे।
प्रयागराज में माफियाओं को कड़ी चेतावनी देते हुए CM योगी ने कहा कि जो माफिया सिर उठाएगा, उसे मिट्टी में मिला दिया जाएगा। बेटियों की सुरक्षा को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें छूने वालों के हाथ-पांव अलग कर दिए जाएंगे। साथ ही बेटियों की सुरक्षा को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्हें छूने वालों के हाथ-पांव अलग कर दिए जाएंगे।
अपने संबोधन में CM योगी ने कहा कि प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज का पहला गुरुकुल था, फिर भी पहचान का संकट था। जाति के नाम पर लड़ाने वालों की वजह से ऐसा हुआ था।। इस यज्ञ की धरा पर कुंभ कैसा होता है, उसे 2019 में दिखा दिया गया है। अच्छा काम करते हैं, उससे व्यक्ति को सम्मान मिलता है। क्या 2017 से पहले ये सम्मान मिलता था? तब लोग बताते थे कि यूपी के हैं तो लोग हेय दृष्टि से देखते थे। तब चाचा भतीजा नौकरी दिलाने के नाम पर वसूली किया करते थे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर एक्शन को लेकर सियासी पारा सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद हुआ, जिसमें कहा गया कि सिर्फ आरोपी होने के आधार पर किसी के घर को गिराना उचित नहीं है। जस्टिस गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने शासन और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि कि अगर कोई व्यक्ति दोषी भी है, तो भी उसके घर को गिराया नहीं जा सकता। वहीं, जस्टिस गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच के समक्ष सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस मामले में दलीलें पेश करते हुए कहा कि जो कार्रवाई की गई हैं, वो अवैध कब्जे या निर्माण के कारण हुई हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध कब्जे के मामलों में म्युनिसिपल संस्थानों की ओर से नोटिस देने के बाद ही कार्रवाई की गई है। इसके बाद सरकार से विस्तृत जवाब मांगा गया।
वहीं, इसके बाद ज़ुबानी जंग की शुरुआत सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के रिएक्शन से हुई। उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कहाकि 2027 में सपा की सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश के सभी बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की ओर होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने तंज कसते हुए कहा था कि बुलडोजर पर हर एक का हाथ फिट नहीं हो सकता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो, वही बुलडोजर चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि बुलडोजर के पास दिमाग नहीं होता है. वो स्टेयरिंग से चलता है। जनता कब स्टेयरिंग बदल दे कोई नहीं जानता है। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए ये कहा कि दिल्ली वाले कब स्टेयरिंग बदल दें, ये कोई नहीं जानता है।
बुलडोजर एक्शन पर योगी सरकार के जवाब से सुप्रीम कोर्ट खुश
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन के मामले में शासन और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए सरकार से विस्तृत जवाब मांगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने अपने बुलडोजर एक्शन पर जवाब दाखिल किया। योगी सरकार के हलफनामे को देखकर सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार के जवाब पर खुशी जताई और हलफनामे में अपनाए गए रुख की तारीफ की। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले के संबंध में पूरे देश के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी करने की बात कही है। सु्प्रीम कोर्ट ने मामले के पक्षकारों के वकीलों से अपने सुझाव भी मांगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो भी पक्षकार सुझाव देना चाहते हैं, वो मध्य प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता नचिकेता जोशी के ईमेल आईडी sr.adv.nachiketajoshi@gmail.com पर भी भेजें।
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