HIGHLIGHTS NEWS NETWORK, BANDA: आत्मनिर्भर भारत उत्सव और एक जनपद एक उत्पाद के राष्ट्रीय पुरस्कार के उद्घाटन समारोह में बांदा जिला प्रशासन को बांदा के शजर पत्थर को प्रोत्साहन देने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल को पुरस्कृत किया गया।
यह बांदा के कारीगरों के लिए बड़ा दिन है। बांदा के शजर पत्थर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। शजर पत्थर ओडीओपी होने के साथ साथ जिआई टएगेड भी है। बता दे की बुंदेलखंड का बांदा जिला अति पिछड़ा इलाका है जहां खनन संपदा के अलावा और कुछ नहीं है यह पानी की समस्या से हमेशा जूझता रहा है।
जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने बांदा में कदम रखते ही बांदा को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। जिसमे से एक शजर पत्थर का व्यवसाय भी है जो बांदा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है यह पत्थर केवल बांदा की केन नदी में ही पाया जाता है जिसमे प्राकृतिक तस्वीरें उभरी होती है इसे तरास कर आभूषण और सजावटी चीजों का रूप दिया जाता है इस पत्थर को रानी विक्टोरिया ने भी अपने गले में धारण किया था। जिसे बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने कई कदम उठाए हैं और शोसल मीडिया के माध्यम से जनता को इस पत्थर के बारे में जानकारी देते हुए इसे खरीदने की अपील भी की थी जो खूब वायरल हुआ था।
जिलाधिकारी के प्रयास से एक बार फिर शजर पत्थर चर्चा का विषय बना है और देश विदेश में इसकी चर्चाएं तेज हुईं है जिससे खुश होकर केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत उत्सव व एक जनपद एक उत्पाद के राष्ट्रीय पुरस्कार के उद्घाटन समारोह में जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल को भी आमंत्रित किया गया और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के द्वारा सम्मानित किया गया इस पुरस्कार से शजर की माँग भी बढ़ेगी व बाँदा के कारीगरों की आर्थिक वृद्धि में भी गति आएगी।