HIGHLIGHTS NEWS NETWORK: अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में कोटा दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर आज भारत बंद की अपील की अपील की गई थी। दलित और आदिवासी संगठनों के भारत बंद की अपील का जबरदस्त असर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दिखाई दिया। कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के जुड़े कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक पूरे उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में आ चुकी है और अधिकारी संगठनों के ज्ञापन ले रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सपा, बसपा, कांग्रेस, आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी और बहुजन एकता संघर्ष समिति के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर अपनी-अपनी तरह से नाराजगी जताते हुए भारत बंद को अपना समर्थन देकर विरोध प्रदर्शन किया। कई शहरों में ये विरोध प्रदर्शन हिंसक होता नजर और सभी सुरक्षा इंतजाम नाकाफी नजर आए। बता दें कि भारत बंद की अपनी के मद्देनजर आज सुबह से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को लेकर पुलिस अधिकारी लगातार सतर्क रहे, लेकिन कई जगहों पर हालात धीरे-धीरे बेकाबू होते चले गए।
बदायूं में शांतिपूर्ण प्रदर्शन दोपहर बाद कुछ खुराफाती तत्वों के चलते हिंसक हो गया। यहां कुछ खुराफाती तत्वों ने अराजकता फैलाने की कोशिश की। उन्होंने दुकानों को बंद करने का प्रयास किया, जिससे व्यापारियों से नोकझोंक हो गई।वहीं, महिला अस्पताल के नजदीक एक सिपाही को दौड़ाकर पीटा गया। सिपाही ने दुकान में घुसकर बचने की कोशिश की तो खुराफाती तत्वों ने दुकान में ही तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान सिपाही को सिर में कोल्ड ड्रिंक की बोतल लग गई, जिससे वो और ज्यादा घायल हो गया है।
बताया जा रहा है कि यहां दोपहर करीब 2 बजे प्रदर्शनकारी रजिस्ट्री कार्यालय के सामने पहुंचे थे। उन्होंने दुकानदारों से दुकान बंद करने को कहाृ, लेकिन उन्होंने दुकानें बंद करने से इंकार कर दिया। इसके चलते व्यापारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच नोंकझोक हो गई। हालांकि इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिससे वहां मामला शांत हो गया, लेकिन इसके कुछ समय बाद कुछ प्रदर्शनकारी परशुराम चौक से कचहरी तिराहे की ओर आए। महिला अस्पताल और अंबेडकर पार्क के बीच पुलिस का बैरियर लगा हुआ था। वहां पर सिपाही आरिफ चौधरी तैनात था। उसने प्रदर्शनकरियों से दूसरी तरफ से निकलने को कहा। इस बात पर प्रदर्शनकारियों और सिपाही में मारपीट शुरू हो गई। सिपाही शिवपुरम मोहल्ले की ओर भागे। प्रदर्शनकारी भी उसके पीछे पड़ गए। सिपाही खुद को बचाने के लिए शिवपुरम इलाके के गुरु कृपा मिष्ठान भंडार की दुकान में घुस गया। ये देखकर दुकानदार सौरभ साहू ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन खुराफाती तत्व नहीं माने। उन्होंने दुकान में रखी कोल्डड्रिंक की बोतल उठाकर सिपाही को सिर में मार दी, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर और पुलिस बल मौके पर पहुंची तो खुराफाती तत्व मौके से फरार हो गए। सिपाही को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खुराफाती तत्वों ने दुकान में भी तोड़फोड़ कर दी। वहीं, बताया ये भी जा रहा है कि दोपहर के वक्त कुछ बच्चे अपने स्कूल वाहन में सवार होकर घर लौट रहे थे। भामाशाह चौक के नजदीक खुराफाती तत्वों ने स्कूल वाहनों में डंडे मारे, जिससे बच्चे डर गए।वहीं, इस मामले को लेकर एसएसपी डॉ . बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस अज्ञात खुराफाती तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है।
अंबेडकरनगर में युवाओं ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। इससे बड़ी तादाद में वाहन वहां फंस गए। इसमें एंबुलेंस के साथ ही स्कूली वाहन शामिल रहे। जाम की खबर पर अकबरपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया। बलरामपुर में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और नारेबाजी की। बाद में मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। यहां भारत बंद के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे।झांसी में बसपा और कांग्रेस सहित अन्य दलों के कार्यकर्ता बुधवार को भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां सुरक्षा को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के अंदर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनको बाहर ही रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
अमरोहा में एससी समाज के लोग बड़ी संख्या में लोग मिनी स्टेडियम में पहुंचे और यहां से मार्च करते कलक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान जमकर नारेबाजी की। मार्च को लेकर पुलिस अलर्ट रही। ढबारसी इलाके में एससी समाज के लोगों ने दुकान बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत कराया। गजरौला और हसनपुर में भी जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए मार्च किया गया। हालांकि, बाजार में बंद का खास असर नहीं दिखाई दिया।रामपुर में दलित संगठनों के प्रतिनिधियों ने अंबेडकर पार्क में प्रदर्शन किया। इस दौरान हाईवे समेत कई मार्गो पर पुलिस ने रूठ डायवर्ट कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव समेत पुलिस क्षेत्राधिकार भारी पुलिस बाल के साथ मौजूद रहे। चंदौसी में बसपा, सपा और भीम आर्मी समेत कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। तहसील पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। सुरक्षा की दृष्टि से कई थानों की पुलिस फोर्स मौजूद रही।
अयोध्या में समाजवादी पार्टी, आजाद समाज पार्टी व भीम आर्मी के प्रदर्शन को संभालने के लिए सिविल पुलिस के साथ सीआरपीएफ सड़क पर उतरी। सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा ने रोकने की कोशिश की। समाजवादी पार्टी गुलाबबाड़ी से जुलूस लेकर शहर में निकली। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने कचहरी गेट पर प्रदर्शन किया। पुलिस और सीआरपीएफ ने बीच में ही रोका जुलूस। तीनों संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा को सौपा ज्ञापन। इस दौरानआजाद समाज पार्टी ने कहा कि फैसला वापस ना हुआ तो दिल्ली में आंदोलन होगा।
सुल्तानपुर में अधिकांश दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान खोले। आरक्षण का विरोध कर रहे दलित संगठनों और पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराने को लेकर नोकझोंक भी की। पुलिस वालों ने किसी तरह उन्हें शांत कराया। भीम आर्मी और बसपा सहित कई दलित संगठनों और पार्टियों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आवास विकास कॉलोनी में इकट्ठा हुए। आरक्षण के विरोध में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला गया, जो कि डीएम आवास होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस बीच भीम आर्मी के कार्यकर्ता ज्यादा गुस्से में दिखे और दुकानें बंद कराने के लिए दुकानदारों को धमकाते नजर आए। जुलूस के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव किया, जिसके चलते विवाद बढ़ने नहीं पाया। उनकी इस हरकत से स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि शांतिपूर्ण माहौल रहे, इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया । उपद्रव करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
आगरा में आरक्षण के उपवर्गीकरण के विरोध में युवा सड़कों पर उतरे और हाथों में नीला झंडा लेकर प्रदर्शन किया। ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के टेड़ी बगिया, पंचकुइया चौराहे सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं ने प्रदर्शन किया। एटा में बड़ी संख्या में दलित युवा हाथों में नीला झंडा लेकर सड़कों पर उतरे। उन्होंने नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। जिलेभर में जगह-जगह आरक्षण बचाओ के नारेबाजी के साथ दलितों ने प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में जलेसर में जुलूस निकाला गया। जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की। इसको लेकर व्यापारियों के साथ झड़प भी हो गई। बरेली में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी समेत तमाम संगठनों के लोगों ने सड़कों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सैकड़ों प्रदर्शनकारी चौकी चौराहे पर बैठ गए। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं, राजधानी लखनऊ के बीबीएयू में छात्रों ने भारत बंद का समर्थन किया। उन्होंने केंद्रीय पुस्तकालय का गेट बंदकर विरोध जताया। बीबीएयू में छात्रों ने पठन पाठन कार्य को स्थगित कराया। विभागों में कक्षाएं नहीं चल सकीं।
इस दौरान कानून व्यवस्था को लेकर यूपी डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कंट्रोल रूम से खुद तैयारियों को परखा और बंद की आड़ में हिंसा करने की साजिश करने वाले असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। डीजीपी ने बताया कि बंद को शांतिपूर्ण एवं प्रजातांत्रिक तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुस्तैद हैं। डीजीपी मुख्यालय की ओर से जिलों को आठ कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल मुहैया कराया गया। जिलों में भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार भ्रमण करते रहे। जिस भी उपद्रवी तत्व गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए गए।