HIGHLIGHTS NEWS NETWORK: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए आज मतदान हुआ। मैनपुरी में करहल, कानपुर में सीसामऊ, अंबेडकरनगर में कटेहर, मुरादाबाद कुंदरकी, अलीगढ़ में खैर, गाजियाबाद, प्रयागराज में फूलपुर, मिर्जापुर में मझवा और (मुजफ्फरनगर में मीरापुर सीट के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। इस 9 सीटों पर कुल 3435974 मतदाताओं ने 11 महिलाओं सहित 90 उम्मदीवारों के भाग्य का फैसला कर दिया है। इसके बाद अब मतगणना 23 नवंबर को होगी।
उपचुनाव के दौरान कुंदरकी में सबसे ज्यादा और गाजियाबाद में सबसे कम मतदान हुआ है। शाम 5 बजे तक करहल में 53.92 फीसदी, सीसामऊ में 49.03 फीसदी, कटेहरी में 56.69 फीसदी, कुंदरकी में 57.32 फीसदी, खैर में 46.35 फीसदी, गाजियाबाद में 33.30 फीसदी, फूलपुर में 43.43 फीसदी, मझवां में 50.41 फीसदी और मीरापुर में 57.02 फीसदी मतदान हुआ। मतदान को लेकर कई जगहों पर लोग बेहद उत्साहित दिखे।कई मतदान केंद्रों पर शाम 5 बजे के बाद भी मतदाताओं की कतारें लगी रहीं। संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।
विधानसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान काफी तनावपूर्ण माहौल रहा और कई जगहों पर विवाद की स्थिति बन गई थी। हालांकि, अधिकारियों ने सभी केंद्रों पर सतर्कता बरतते हुए मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया।
मदतान के दौरान कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवार हाजी रिजवान ने मुख्य निर्वाचन आयोग से प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कड़ी कार्रवाई की अपील की। हाजी रिजवान के मुताबिक सत्तारूढ़ दल ने उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए सरकारी तंत्र और शक्ति का दुरुपयोग किया। उन्होंने प्रशासन पर भाजपा उम्मीदवार की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक वर्ग विशेष को मतदान का अधिकार दिया गया, जबकि अन्य वर्ग के मतदाताओं को बूथ तक पहुंचने से रोका गया। उन्होंने इस उपचुनाव को रद्द करने और दोबारा मतदान कराने की मांग की। साथ ही निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को हटाने और केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, नवदीप रिणवा ने बताया कि सपा की ओर से कुछ जगहों पर शिकायत की गई कि पुलिसकर्मी रोक रहे और आईडी चेक कर रहे थे। इसके चलते 5 पर कार्रवाई की गई है। कानपुर में 2, मुजफ्फरनगर में 2 और मुरादाबाद में 1 पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने थे, लेकिन कोर्ट में दायर याचिका की वजह से मिल्कीपुर में उपचुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की गई। पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। 2022 विधानसभा चुनाव में हारने के बाद गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद के चुनाव जीतने को लेकर याचिका दायर की थी। साथ ही बता दें कि सीसामऊ विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के विधायक के अयोग्य घोषित होने से खाली हुई है और बाकी 9 सीट विधायकों से सांसद बन जाने से खाली हुई है। इन 10 में से 5 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था, वहीं, बाकी 5 सीटें BJP और उसके सहयोगी दलों के पास थीं।
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