कौशांबी में मोबाइल टावर चोरी का मामला (वास्तविक और प्रतीकात्मक तस्वीर)कौशांबी में मोबाइल टावर चोरी का मामला (वास्तविक और प्रतीकात्मक तस्वीर)

कौशांबी में मोबाइल टावर चोरी !

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PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में मोबाइल टावर चोरी हो जाने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनी ने 9 महीने बाद ऑनलाइन तहरीर देकर टावर चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनी (GTL इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) के खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी है।

दरअसल, पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबबिक GTL इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की ओर से झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जमीन मालिक से विवाद होने के बाद इस कंपनी ने खुद मोबाइल टावर हटवा लिया था और फिर बाद में मोबाइल टावर चोरी होने का ऑनलाइन मुकदमा भी दर्ज करा दिया। इस मामले में कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही इस मामले में जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

बता दें कि ये मामला संदीपन घाट थाना इलाके के उजीहिनी गांव का है। इस गांव में मजीद उल्ला के बेटे उबैदुल्लाह की जमीन पर मोबाइल टावर लगाया गया था। GTL इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी के मुताबिक उनके टेक्नीशियन राजेश यादव ने 31 मार्च 2023 में विजिट किया तो जिस जमीन पर टावर लगाया गया था, वहां टावर का पूरा स्ट्रक्चर और सेटअप गायब मिला। जमीन के मालिक से पूछने पर उन्होंने मामले में जानकारी होने से साफ इंकार कर दिया। ऐसे में टेक्नीशियन राजेश यादव ने इसे चोरी का मामला बताकर 9 महीने बाद 28 नवंबर 2023 को अज्ञात चोरों के खिलाफ ऑनलाइन मुकदमा दर्ज करा दिया। बताया जा रहा है कि इस कंपनी ने कौशांबी के अलग-अलग इलाकों में 12 से ज्यादा टावर लगाए हैं। वहीं, मामले में मुकदमा दर्ज करवाने वाला टेक्नीशियन प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज थाना इलाके के रस्तीपुर के रहने वाला है।

पुलिस की जांच में सामने आई ये बात

इस मामले में जब पुलिस ने जांच शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक टावर लगाने वाली कंपनी ने साल 2010 में जमीन के मालिक उबैदुल्लाह के साथ 10 साल का कांट्रेक्ट साइन करने के बाद टावर लगवाया था। 10 साल पूरा हो जाने के बाद कंपनी पहले से कम रेट देकर टावर उसी जगह लगे रहना देना चाहती थी, लेकिन जमीन के मालिक ने मना कर दिया। जमीन के मालिक ने किराए की धनराशि बढ़ाने की बात कही। इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने लिखित जानकारी देकर जनवरी 2023 में मोबाइल टावर हटवा दिया। इसके बाद इसे 31 मार्च 2023 का मामला बताकर ऑनलाइन मुकदमा दर्ज करा दिया।

मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनी कह रही ये बात

मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनी GTL इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का कहना है कि उनका पूरा टावर चला गया है और ये मार्च 2023 का मामला है। इस मामले में तहरीर देने वाले कंपनी के टेक्नीशियन राजेश यादव के मुताबिक टावर और पूरे सेटअप की कीमत करीब 8 लाख 52 हजार 25 रुपये है। WDV की कीमत 4 लाख 26 हजार 818 रुपये बताई जा रही है। राजेश यादव के मुताबिक उन्होंने टावर के लापता होने की सूचना कंपनी को भेजी थी, जिसके बाद कार्रवाई होने में 9 महीने का वक्त लग गया।


By Irfan Haider Mukteda

Mr. Irfan Haider Mukteda is a Television and Digital Journalist at Kaushambi District of Uttar Pradesh. He worked with many reputed media houses. Presently he is attached with the Prayagraj Zone Bureau of UTTAR PRADESH HIGHLIGHTS, His position is Freelance Resident Editor at Kaushambi District. E-Mail - mukteda123@gmail.com

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