MORADABAD DIVISION BUREAU: समाजवादी पार्टी से सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का आज 94 साल की उम्र में निधन हो गया। वो संभल से सांसद थे और उन्हें साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। वो पिछले कुछ दिनों से मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती थे। एक माह पहले अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बताया जा रहा है कि अस्पताल में भर्ती के होने के बाद पिछले कुछ दिनों से उनकी हालत में सुधार हुआ था, लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। समाजवादी पार्टी ने अपने ‘X’ हैंडल के जरिए उनके निधन की जानकारी देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
60 साल से ज्यादा का रहा शफीकुर्रहमान बर्क का सियासी सफर
वर्तमान में शफीकुर्रहमान बर्क ही देश के सबसे वरिष्ठ राजनेता थे। फिलहाल उनसे ज्यादा उम्र और अनुभव का कोई राजनेता नहीं था। वो साल 2019 में पांचवीं बार संभल से सांसद चुने गए थे। उनका सियासी सफर 60 साल से ज्यादा का रहा। वो बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी थे। अपने सियासी तेवरों और बयानों से उन्होंने पूरे देश में अपनी अलग ही पहचान बनाई थी। उन्होंने हमेशा मुस्लिमों के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने साल 1967 में संभल विधानसभा सीट से पहला चुनाव लड़ा था, लेकिन कामयाब नहीं हो सके थे। विधानसभा चुनाव में उन्हें पहली कामयाबी 1974 में मिली थी। वो सबसे पहले भारतीय क्रांति दल (BKD) से विधायक चुने गए थे। इसके बाद साल 1977 में जनता पार्टी, साल 1985 में लोकदल और साल1989 में जनता दल से विधायक बने। वो मुलायम सिंह यादव सरकार में होमगार्ड विभाग के मंत्री पद पर भी रह चुके हैं। संसद में उन्होंने साल 1996 में जनता दल से पहली बार कदम रखा था। वो मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद साल1998 और साल 2004 में मुरादाबाद संसदीय सीट से सपा के सांसद चुने गए। इसके बाद साल 2009 में संभल लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े और चौथी बार सांसद चुने गए। उन्होंने साल 2014 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी से लड़ा था, लेकिन मामूली अंतर से हार गए थे। इसके बाद साल 2019 में सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते और पांचवीं बार संसद पहुंचे।
UP HIGHLIGHTS की ये ख़बरें भी पढ़िए –