BUNDELKHAND DIVISION BUREAU: बांदा जिले में संचालित बरियारी खदान में जिस बात की आशंका थी, आखिरकार वही घटना हो गई। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की कही जाए तो कोई अतिशियोक्ति नहीं होगी। दरअसल, बतााजा रहा है कि खदान में काम कर रहे मजदूर का बेटा खाना लेकर गया था, जहां एक डग्गी चालक ने किशोर को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद खदान के संचालक खदान छोड़कर भाग गए। वहीं, ग्रामीणों ने शव रखकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर पहुंच पुलिस ग्रामीणों को समझाने में जुट गई। एसडीएम ने कार्रवाई का भरोसा देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया।
बरियारी के कोलावल मौरंग खदान में रामशरण मजदूरी करता है। शनिवार दोपहर उसका 17 वर्षीय बेटा अंकित उसे खाना देने आया था। तभी खदान में बैक हो रहे मिनी ट्रक की चपेट में आ गया। ये देख वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन चालक पर इसका कोई असर नहीं पड़ा,उसने बार ट्रक को आगे पीछे कर इस कदर अंकित को रौंदा कि वहीं उसके प्राण निकल गए। घटना की सूचना पाकर सीओ नरैनी अंबुजा और नायब तहसीलदार भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और चालक को हिरासत में लिया। हंगामा बढ़ता देख खदान संचालक व कर्मचारी सभी भाग निकले।
इस दौरान परिजनों ने शव हटाने से इंकार कर दिया। परिजनों को मुआवजा दिलाने का भी प्रयास किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि और मौके पर डीएम और खदान संचालक को बुलाया जाए। हंगामा बढ़ता देख खदान संचालक और कर्मचारी सभी भाग निकले। वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीम नरैनी ने परिजनों को समझाया वह मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया,करीब 4 घंटे बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए। एडीएम का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई और परिजनों को मुआवजा दिलाने का भी प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि इसी महीने की 2 तारीख को मजदूरों और ग्रामीणों ने डीएम एसपी को लिखित शिकायती पत्र दिया था की खदान वाले गुंडई और मनमाने ढंग से खदान चला रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, इसी खदान के कुछ लोगों ने वहां पहुंचे 4 पत्रकारों के साथ लूट और मारपीट की वारदात की।इस मामले में अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।
हत्यारा करने वाले के ट्रक पर नहीं थी नंबर प्लेट
मजदूरों ने पुलिस को बताया कि जिस ट्रक से हादसा हुआ, उसमें नंबर प्लेट नहीं है। इसी तरह खदान में कई ट्रकों में नंबर प्लेट नहीं होने के बाद भी उनसे मौरंग ढुलाई का काम किया जा रहा है। 4 दिन पहले डीएम की ओर से खदान संचालक पर लाखों का जुर्माना भी किया जा चुका है। वहीं, कुछ दिन पहले 3 बच्चे भी बेतरतीब खोदाई से हुए गड्ढे के कारण नदी में डूबने से बचे थे।
बहन की शादी में आया था मृतक अंकित
अंकित के परिवार में माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। पिता ने बताया कि अंकित अपनी बुआ के घर रहता था, फरवरी में बड़ी बेटी की शादी थी। इस वजह से ही वे बरियारी अपने गांव आया हुआ था, लेकिन क्या पता था कि बेटा हमेशा के लिए उनसे छिन जाएगा।
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