PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: कौशांबी ज़िले में दुकान पर बैठने को लेकर पिता-पुत्र में विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा की दोनों ने फांसी लगा कर जान देने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने दोनों को बचा लिया। गंभीर हालत में पिता को मंझनपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, तो वहीं बेटे का सिराथू के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सैनी कोतवाली के करनपुर निवासी 45 वर्षीय रामबाबू चौराहे पर हार्डवेयर की दुकान चलाते है। हार्डवेयर दुकान से परिवार का भरण पोषण करते है। इसी दुकान पर बैठने को लेकर रामबाबू और उसके बेटे अनुज से कहासुनी हो गई। कहासुनी में बात इस कदर बिगड़ी की दोनों मारपीट पर आमादा हो गए। परिजनों के समझाने पर दोनों लोग शांत हुए, लेकिन पिता ने यह कहते हुए धमकी दी कि वह अपनी जान दे देगा। इसके बाद बेटे अनुज ने भी कहा वह भी आज के बाद जिंदा नहीं रहेगा। गुस्से में दोनों अपने अपने कमरे पहुचे, और वहां पर फांसी पर लटक गए। हालांकि मौके पर मौजूद रहे परिजनों ने किसी तरह दोनों को फांसी के फंदे से नीचे उतारा। और गंभीर हालत में दोनों को सिराथू कस्बे के निजी अस्पताल ले गए। जहां पर डाक्टर ने बेटे को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया। वही पिता रामबाबू को मंझनपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहा पर पिता का इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि अनुज अभी पढ़ाई करता है। कालेज से लौटने के बाद दुकान पर बैठने के बजाए वह गांव में दोस्तो के साथ घूमने-फिरने निकल जाता है। यही बात पिता रामबाबू को बुरी लगती थी। रामबाबू बेटे अनुज को दोस्तो के साथ घूमने-फिरने से टोकता था। इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई। और जान देने तक पहुच गयी।
इस बाबत अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि जानकारी मिलने पर पता चला है कि एक पिता पुत्र अपने व्यवसाय की देखभाल के लिए विवाद किया। बेटा व्यवसाय के प्रति गंभीर नहीं था। उसी को लेकर के आपस में कहासुनी हुई। और उसी में दोनों लोगों ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। फिलहाल गंभीर स्थिति नहीं है। दोनों का इलाज चल रहा है।
अशोक कुमार वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक
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