LUCKNOW ZONE BUREAU: देश के अंतरिम बजट को लेकर उत्तर प्रदेश में चर्चाओं का दौर जारी है। लोग साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले के इस अंतरिम बजट को लेकर अपनी राय बना रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी जाहिर कर रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने इस अंतरिम बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर जाहिर की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ‘X’ हैंडल के जरिए देश के इस अंतरिम बजट की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस अंतरिम बजट में ‘विकसित भारत’ का विजन, अंत्योदय का संकल्प और ‘नए भारत’ को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाने का रोड मैप है।इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया।
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ‘X’ हैंडल के जरिए इसे मोदी सरकार का विदाई बजट बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है। भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा, क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।
इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भी अपने ‘X’ हैंडल के जरिए अंतरिम बजट की कमिया बताते हुए उसकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव से पूर्व, संसद में आज पेश बजट जमीनी वास्तविकता से दूर चुनावी लुभावने वाला ज्यादा है। इस प्रकार, देश की जनता की अपार गरीबी, बेरोजगारी व बढ़ती हुई महंगाई से त्रस्त जीवन को नकारना अति-दुःखद और चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, देश की अर्थव्यवस्था व विकास संबंधी सरकारी दावों व वादों में जमीनी सच्चाई होती तो फिर यहां के 80 करोड़ से अधिक लोगों को फ्री में राशन का मोहताज जीवन जीने को मजबूर नहीं होना पड़ता।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया। इससे पहले बजट को केंद्रीय कैबिनेट ने मंज़ूरी दे दी थी। वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का छठा बजट पेश किया। इस बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है यानी करदाताओं को कोई नई छूट नहीं दी गई है।स्टार्टअप के लिए टैक्स छूट 1 साल के लिए बढ़ाई गई है। इसके साथ ही बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने बताया कि करीब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं, अब तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। 4 करोड़ किसानों को फसल बीमा का फायदा मिला है। औसत वास्तविक आमदनी 50 फ़ीसदी बढ़ी है। GST से वन नेशन वन मार्केट वन टैक्स संभव हुआ है। भारत ने मुश्किल वक्त में G-20 की अध्यक्षता की है। अमृतकाल में हमारी सरकार ऐसी नीतियों को अपनाएगी, जिससे सभी का विकास हो। हम रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के रास्ते पर चलेंगे। प्रधानमंत्री स्वनिधि से 78 लाख स्ट्रीट वेंडरों को ऋण सहायता मिली है, उनमें से कुल 2.3 लाख को तीसरी बार ऋण मिला है। सौर प्रणाली वाले 1 करोड़ परिवारों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त हुई है। सरकार ऐसी योजना लाएगी, जिससे मध्यम आय वर्ग के लोग अपना घर खरीद और बना सकेंगे। कई और मेडिकल कॉलेज बनावाया जाएगा, इसमें मौजूदा अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल होगा। सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9-14 साल की बच्चियों का टीकाकरण होगा। आयुष्मान भारत का फायदा अब सभी आशा वर्कर्स और आंगनवाड़ी वर्कर्स को भी मिलेगा। रेलवे में हाई ट्रैफिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जिससे स्पीड और सुरक्षा बढ़ेगी। 40 हज़ार रेलवे की बोगियों को वंदे भारत कैटेगिरी का बनाया जाएगा। साथ ही बताया कि एयरपोर्ट की संख्या 10 साल में डबल होकर 149 हो गई है। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सीतारमण ने इस बार बजट भाषण क़रीब 1 घंटे तक पढ़ा। उनका सबसे लंबा बजट भाषण 2020 में था, तब उन्होंने 2 घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा था। साथ ही बता दें कि इस अंतरिम बजट के बाद मई में लोकसभा चुनाव के बाद जो नई सरकार आएगी, वो आम बजट पेश करेगी।
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