BUNDELKHAND DIVISION BUREAU: बांदा में केन नदी की बरियारी मोरंग खदान को लेकर पिछले कई महीनों से सवाल उठ रहे हैं। लगातार आरोप लग रहे हैं कि यहां गुंडों का राज है और यहां जीवन दायिनी केन नदी में अवैध खनन किया जा रहा है। वहीं, मजदूरों ने भी DM और SP से लगाई न्याय की गुहार लगाई है।
बता दें कि इस खदान का पट्टेदार कानपुर का रहने वाला संजू गुप्ता है । साथ ही वो मरौली बालू खदान खंड-5 की उसी की है। यहां भी अवैध खनन किया जा रहा है। नदी की जलधारा के बीच पोकलैंड मशीनों से दिन-रात अवैध खनन का काम चलता है।
बताया जाता है कि ग्रामीणों को आतंकित करने के लिए राईफल और बंदूकों का सहाया लिया जाता हैं। साथ ट्रक वालों से 500 रुपये वसूलने के भी आरोप लगते रहे है। आरोपों के मुताबिक करीब 30 मजदूरों से 200 रुपये प्रति ट्रक देने का वादा कर 2 महीने काम कराया गया। इसके बाद जब पैसे देने की बारी आई तो 50 रुपये प्रति ट्रक दिया जाने लगा। इसको लेकर विवाद हुआ तो पुलिस बुलाई गई और मजदूरों की आवाज दबा दी गई। इसके बाद मजदूरों ने DM और SP से न्याय की गुहार लगाई है।
शनिवार को बांदा डीएम और एसपी की चौखट मे अपना दुखडा सुनाने आये बरियारी गांव के रामबाबू, पवन कुमार, महेश, सहित करीब आधा सैकड़ा लोगो ने बताया कि हम लोग बरियारी बालू खदान में अड्डी के रख-रखाव का कार्य करते रहे हैं। खदान संचालक के कर्मचारी गोकरन सिंह परिहार, शैलेन्द्र सिंह और जितेन्द्र सिंह परिहार ने हमें 250 प्रति ट्रक देने को कहा था लेकिन अब 50 रूपये प्रति ट्रक देने की बात कह रहे हैं जबकि ट्रक वालांे से 500 रूपये प्रति ट्रक लिया जाता है। दो महीने से ज्यादा हो गये, मजदूरी नहीं दे रहे। कहते हैं-50 रुपये प्रति ट्रक लेना हो तो ले लो, वरना कुछ भी नहीं देंगे। ज्यादा चिल्लपों मचाया तो यहीं मारकर नदी की रेत मे दफना देंगे। कोई कुछ नहीं कर पायेगा। विरोध करने पर खदान वालों ने पुलिस बुलाई और हमें धमकाकर शांत करा दिया गया।
DM और SP से शिकायत करने आए ग्रामीणों ने बताया कि JCB और पोकलैंड मशीनों से खदान संचालकों ने नदी मे जगह-जगह गहरे गड्ढे कर दिए हैं। नदी की मध्यधारा से लेकर अगल-बगल 25- 30 फीट की गहराई तक खनन किया जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। रोकने और मना करने पर राइफल-बंदूक लेकर डराने आ जाते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक विरोध करने पर खदान का काम देखने वाले शैलेन्द्र सिंह, गोवकरन, जितेंद्र, शिवम सिंह और संतराम सिंह ये कहते हैं कि हम ऐसी धारा लगवाएंगे कि तुम जेल में ही रहोगे। साथ ही अपशब्द भी कहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि खदान में अक्सर भाजपा की झंडा लगी गाडियां भी आती रहती हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि नदी और आस-पास खदान के गुंडों की राइफलें ही लहराती रहती हैं। खदान से जुड़े गुंडों की वजह से गांव की महिलाएं नदी की तरफ जाने से डरती हैं और नदी से कोई लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में हमारी मजदूरी दिलाई जाए और खदान वाले गुडों से हमें निजात दिलाई जाए।
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