AYODHYA ZONE BUREAU: बहराइच में रविवार शाम को दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान युवक की हत्या के बाद हुए बवाल के बाद सांप्रदायिक भड़की हिंसा का दौर सोमवार दिन भर जारी रहा। उपद्रवियों ने एक शोरूम और अस्पताल में तोड़फोड़ और आगजनी की। कई घर भी जला दिए।अब तक कई इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस के साथ ही पीएसी, सीआरपीएफ और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। 16 अक्टूबर तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस फोर्स उपद्रवियों को पहचानने और उन्हें पकड़ने में लगी हुई है।
वहीं, मंगलवार (15 अक्टूबर 2024) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा के पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में भड़की सांप्रदायिक हिंसा को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में लापरवाही बरतने वाले स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर जल्द सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
बता दें कि रविवार को बहराइच के महसी इलाके में प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत बताने के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। बहराइच पुलिस इस पर काबू नहीं पा सकी। इससे आक्रोशित लोगों ने सोमवार को कई हिस्सों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। इसकी चपेट में बहराइच-लखनऊ हाईवे के कई गांव भी आ गए। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फौरन बहराइच की हिंसा का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आला अधिकारियों के बहराइच में मौके पर पहुंचने के बाद हालात काबू में आ सके।
बताया जा रहा है कि CM योगी ने DGP और अपर मुख्य सचिव गृह से बात करके मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। इसके बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। सभी अधिकारियों ने बहराइच में मोर्चा संभाला। इस दौरान अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश भीड़ को खदेड़ते हुए नजर आए। सोशल मीडियो पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो हाथ में पिस्टल लेकर भीड़ को भगाते हुए नजर आ रहे हैं।
एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश ने पिस्टल निकालकर उपद्रवियों को खदेड़ने के बाद एडिशनल एसपी को फटकार लगाई, जिसके बाद बाकी अधिकारी हरकत में आए और संवेदनशील इलाकों में जाकर पुलिस बल को तैनात किया जाने लगा। इससे आगजनी पर काबू पाया जा सका। एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और आईजी रेंज अमरेंद्र प्रताप सिंह पुलिस बल को साथ लेकर हिंसाग्रस्त इलाकों में हालात काबू करने निकले, जिसकी वजह से उपद्रवी मौके से भाग गए।
शांति बहाल करने के लिए 4 आईपीएस, 2 एएसपी और 4 डिप्टी एसपी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही 12 कंपनी पीएसी, 2 कंपनी सीआरपीएफ और 1 कंपनी आरएएफ को भी भेजा गया ग है। वहीं, रेंज और जोन के अधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात रहा औरस्थिति को नियंत्रण में करने के साथ ही उपद्रवियों की तलाश की गई। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 30 से ज्यादा अराजतत्वों को हिरासत में लिया गया है।
गौरतलब है कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान रविवार रात को कई जिलों में बवाल हुआ। गोंडा और बलरामपुर के बाद बहराइच भी पथराव और आगजनी से सुलग उठा। यहां युवक की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी होती रही। इस बीच पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आया। वहीं. अगले दिन हालात पर काबू किया जा सका।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि फिलहाल बहराइच में पूरी तरह से शांति है और स्थिति नियंत्रण में है। बहराइच हिंसा मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें 4 उपद्रवियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, अज्ञात अराजक तत्वों की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर पूरे मामले पर है। उनके निर्देश पर उपद्रवियों की तलाश तेज कर दी गई हैय़ सभी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान डीजीपी ने स्थानीय निवासियों से अफवाहों और भ्रामक खबरों से सावधान रहने की अपील की।
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