AYODHYA ZONE BUREAU: बहराइच हिंसा मामले में अब तक 12 मुकदमा दर्ज किए गए हैं और 50 से अधिक लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस बीच सीओ महसी रूपेंद्र गौड़ को उनके पद से हटा दिया गया है। शासन के निर्देश पर रामपुर में तैनात रहे सीओ रवि खोखर को सीओ महसी के पद पर नियुक्त किया गया है और उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। वहीं, धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। हालांकि माहौल तनावपूर्ण है।
बहराइच में हिंसा के बाद सोमवार से भारी पुलिस फोर्स तैनात है। एडीजी गोरखपुर जोन केएस प्रताप. डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद . और कमिश्नर शशि भूषण लाल सहित पुलसिस के कई आला अधिकारी कैंप कर रहे हैं। वहीं, हिंसा के बाद बुधवार को चौथे दिन उपद्रव प्रभावित रमपुरवा, भगवानपुर, हरदी, शिवपुर और खैरा बाजार सहित कई इलाकों दुकानें खुली रही और स्थिति सामान्य रही। लोग बेखौफ बजारों में निकले और रोजमर्रा के जरूरी सामान खरीदते दिखे।
हालांकि विवाद का केंद्र रहे महराजगंज कस्बे में स्थिति अभी सामान्य नहीं हुई है। कस्बे में अभी भी तनाव बना हुआ है और बुधवार को भी दुकानें बंद रही। बजार में पूरी तरह सन्नाटा रहा। बजार में सिर्फ एक मेडिकल स्टोर खुला रहा और कुछ ही लोग नजर आए। यहा हर तरह सिर्फ पुलि और पीएसी के जवान ही नजर आए। वहीं, मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर के बाहर भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात नजर आए।
बता दें कि रविवार को बहराइच के महसी इलाके में प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत बताने के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। बहराइच पुलिस इस पर काबू नहीं पा सकी। इससे आक्रोशित लोगों ने सोमवार को कई हिस्सों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। इसकी चपेट में बहराइच-लखनऊ हाईवे के कई गांव भी आ गए थे। उपद्रवियों ने एक शोरूम और अस्पताल में तोड़फोड़ और आगजनी की। कई घर भी जला दिए। ऐसे हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस के साथ ही पीएसी, सीआरपीएफ और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया और 16 अक्टूबर तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। रविवार को हिंसा के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया था। उच्चाधिकारियों को निर्देश दिए थे। अधिकारियों ने दावा किया था कि अब सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं, लेकिन सोमवार सुबह जब रामगोपाल का शव घर पहुंचा तो उसके बाद कई घंटे तक गांवों और कस्बों में तोड़फोड़, आगजनी और अराजकता होती रही। दोपहर बाद जबएडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश ने मोर्चा संभाला तब जाकर कुछ माहौल शांत हुआ।
बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा का परिवार लखनऊ में मंंलगवार (15 अक्टूबर 2024) को CM योगी से मिला और इस मामले को लेकर बात की। इस दौरान पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये की सहायता के साथ ही आवास और शौचालय स्वीकृत किया गया है।
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