PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन के लिए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने अनूठी पहल की है। इसके तहत शनिवार को पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के साथ ही दूसरे पुलिस अधिकारियों ने पुलिस लाइंस सभागार में प्रतियोगी स्टूडेंट्स के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम के जरिए पुलिस अधिकारियों ने प्रतियोगी स्टूडेंट्स को सफलता हासिल करने के टिप्स दिए। साथ ही उनका मनोबल बढ़ाने का भी काम किया। अधिकारियों ने प्रतियोगी स्टूडेंट्स को एकाग्र होकर, बेहतर प्लानिंग और टाइम मैनेजमेंट के जरिए कामयाबी पाने का गुरुमंत्र दिया। इसके अलावा उन्हें तनावमुक्त रहते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस करने की नसीहत दी।
पुलिस कमिश्नर सहित दूसरे पुलिस अधिकारियों ने प्रतियोगी स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देते हुए उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ अपने अनुभव भी साझा किए और उन्हें बताया कि लक्ष्य तक पहुंचने में तमाम बाधाएं भी आती हैं, लेकिन किसी भी स्तर पर हताश और निराश होकर लक्ष्य के लिए अडिग रहने वाले को ही कामयाबी मिलती है।
इस दौरान अधिकारियों ने स्टूडेंट्स का ना सिर्फ मार्गदर्शन कर उनकी हौसला अफजाई की, बल्कि मित्र पुलिस की सोशल पुलिसिंग की परिकल्पना को भी साकार किया। इस कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट्स को सफलता के टिप्स बताने के साथ ही उन्हें असफलता से घबराने की जगह उससे भी कुछ सीखने की नसीहत दी गई। पुलिस अफसरों के अनुभव और टिप्स पाकर प्रतियोगी स्टूडेंट्स काफी खुश नजर आए। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया कि इस तरह का संवाद कार्यक्रम आगे भी जारी रहना चाहिए।
पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि हर छात्र के अंदर कुछ ना कुछ विशेषता जरुर होती है और उनकी कुछ कमजोरी भी होती है, जिसे जानने की जरूरत हर छात्रों को है। जब छात्र ये जान लेंगे कि उनके अंदर क्या विशेषता है और क्या कमी है तो उनकी पढ़ाई की राह आसान हो जाएगी। UPSC की परीक्षा देने से पहले छात्रों को परीक्षा का सिलेबस जरूर अच्छे से पढ़ना चाहिए. जिससे उन्हें पता चल जाएगा कि उन्हें क्या और कितना पढ़ना है। इससे उनकी तैयारी बेहतर होगी।
इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने छात्रों को यह भी बताया कि सफलता के लिए कोचिंग जाना जरूरी नहीं है और खुद उन्होंने बिना कोई कोचिंग किए UPSC की परीक्षा पास की थी।उन्होंने छात्रों को बताया कि UPSC और UPPSC ही हर छात्र की मंजिल नहीं होती है। सभी छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनना चाहिए, क्योंकि आपकी जिस क्षेत्र में रुचि होगी, उसी क्षेत्र में आप कार्य करने जाएंगे तो सफलता मिलने की उम्मीद ज्यादा रहती है।
ASP पुष्कर वर्मा ने छात्रों के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि सफलता के लिए सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है, क्योंकि सेल्फ स्टडी से कोर्स को पूरा करने के साथ ही उसे समझने में भी आसानी होती है। सवाल जवाब के दौरान DCP सिटी दीपक भूकर ने छात्रों को बताया कि असफलता से कुछ ना कुछ सीखने को जरूर मिलता है और उसे दूर करके सफलता हासिल करने का रास्ता बनता है। इसलिए असफलता से घबराने की जगह उससे भी हर बार कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करें, जिससे सफलता जरूर मिलेगी। इंग्लिश, मैथ, जनरल स्टडी और रीजनिंग पर अच्छी पकड़ बनाकर सफलता मिल सकती है। इसके लिए प्रैक्टिस ज्यादा करनी चाहिए और समय का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अब परीक्षा में ज्यादा समय नहीं मिलता है इस लिए परीक्षा देने के साथ ही परीक्षा के दौरान मिलने वाले टाइम को भी मैनेज करके सफलता हासिल की जा सकती है।
DCP श्रद्धा पांडेय ने छात्रों को बताया कि किसी भी परीक्षा या कोर्स का पूरा सिलेबस पूरा करना सभी के लिए संभव नहीं होता है, लेकिन आप जितना पढ़ पा रहे हैं, उसको इस तरह से पढ़िए कि जितना आपने पढ़ा है, वो पूरा होना चाहिए। थोड़ा-थोड़ा सब कुछ पढ़ने से बेहतर होगा कि आप जितना पढ़ें और जितना स्टडी मैटेरियल तैयार करें, उस पर आपकी पकड़ पूरी होनी चाहिए। किसी भी छात्र को पढ़ाई को प्रेशर में नहीं आना चाहिए, बल्कि प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई करते समय कहीं आप असफल होते हैं तो उसको छोड़कर दूसरी परीक्षा की तैयारी करिए, क्योंकि आप पढ़ाई कर रहे हैं तो आपकी मंजिल आपका इंतजार कर रही है। बस आपको वहां तक पहुंचने भर की देर है, जो भी छात्र मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं, सफलता उन्हें जरूर मिलती है।
DCP यमुनानगर अभिनव त्यागी ने छात्रों के साथ संवाद के दौरान उन्हें कभी निराश और हताश नहीं होने की नसीहत दी। साथ ही छात्रों को बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ ही उन्हें अपने अंदर आत्म विस्वास बनाए रखना चाहिए। किसी भी एक परीक्षा में असफल होने पर प्रतियोगी छात्रों का सफर समाप्त नहीं होता है। जिस किसी परीक्षा में छात्र का चयन ना हो उससे अपनी कमियों का खुद संज्ञान लेना चाहिए और उसे सुधारकर फिर से नई मंजिल हासिल करने के लिए तैयारी शुरू करनी चाहिए, क्योंकि असफलता के बाद मिली सफलता अनमोल होती है।
बता दें कि केंद्र सरकार की पहल पर स्टूडेंट पुलिस एक्सपीरिएंसल लर्निंग योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रयागराज पुलिस ने शुरुआत की है। इसके तहत 5 दिसंबर को पुलिस लाइंस में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक हुई थी। उस बैठक में पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिस वालों को निर्देश दिया था कि एक महीने तक उनके साथ मौजूद छात्र-छात्राओं को पुलिस के कार्यप्रणाली और कार्यशैली के बारे से अवगत कराया जाए, जिसके तहत एक महीने तक छात्रों को पुलिस की कार्यशैली और कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया गया। एक महीने के कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट्स शहर के 7 थानों में गए और वहां पर किए जा रहे कार्यों को देखा।
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