LUCKNOW AND PRAYAGRAJ ZONE BUREAU: प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ 2024 के दौरान कई संस्कृतियों का भी संगम दिखाई देगा। उत्तर प्रदेश सरकार का संस्कृति विभााग इसके मद्देनजर खास तैयारी भी कर रहा है। महाकुंभ में गायन, वादन और नृत्य सहित संगीत की हर विधा में माहिर कलाकारों को मंच मुहैया कराया जाएगा। इस मंचों पर देश के कई ख्यातिप्राप्त कवियों और कलाकारों की भी प्रस्तुतियां होंगी।
महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश का संस्कृति विभाग 10 जनवरी से 24 फरवरी तक काव्यपाठ कराएगा। इस दौरान देश के कई कवियों का काव्यपाठ कराया जाएगा। अशोक चक्रधर, शैलेष लोढ़ा, कुमार विश्वास, विष्णु सक्सेना, मनोज मुंतशिर, बुद्धिनाथ मिश्र, हरिओम पंवार, विनीत चौहान, अनामिका अंबर, गजेंद्र सोलंकी, दिनेश रघुवंशी सुनील सहित कई नामचीन कवि श्रद्धालुओं के सामने अपनी कविताएं प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान श्रद्धालु, पर्यटक और कल्पवासी वीर रस, श्रृंगार रस, हास्य रस, करुण रस और भक्ति रस के परिपूर्ण की कविताओं का आनंद ले सकेंगे।
कवि सम्मेलन में स्थानीय कवियों को भी अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराया जाएगा। पहले दिन वाराणसी के अनिल चौबे, प्रयागराज के श्लेष गौतम, रायबरेली के अभिजीत मिश्रा, आजमगढ़ के भालचंद्र त्रिपाठी, सोनभद्र की विभा सिंह का काव्यपाठ होगा। इसके बाद अशोक चंक्रधर और विष्णु सक्सेना का काव्य पाठ 18 जनवरी को होगा। 19 को कवयित्री अनामिका अंबर, सुरेंद्र दुबे, गजेंद्र सोलंकी काव्य पाठ करेंगे। इसी तरह मां पर कविताओं के जरिए अपनी पहचान बनाने वाले फऱीदाबाद के दिनेश रघुवंशी का काव्य पाठ 8 फरवरी को होगा। 22 फरवरी को कुमार विश्वास का काव्य पाठ होना है।